कोरोना संकट के बीच हरिद्वार में आज कुंभ का दूसरा शाही स्नान
हरिद्वार । कोरोना संकट के बीच हरिद्वार में आज कुंभ का दूसरा शाही स्नान है। शाही स्नान को लेकर पुलिस प्रशासन से लेकर अखाड़ों ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है। लेकिन शाही स्नान से पहले हरकी पैड़ी पर भीड़ उमड़ पड़ी है। आम लोग शाही स्नान से पहले गंगा जी में डुबकी लगाने पहुंचे। इस दौरान कोविड नियम तार-तार हो गए हैं और सभी तरफ श्रद्धालुओं की भीड़ रही।कुंभ मेला आईजी संजय ने बताया कि हम लोगों से लगातार कोविड नियमों के पालन का आग्रह कर रहे हैं लेकिन भारी भीड़ के कारण यह व्यावहारिक रूप से असंभव है। आईजी का कहना है कि भारी भीड़ को देखते हुए यहां घाट पर सामाजिक दूरी जैसे नियम का पालन करा पाना नामुमकिन है। अगर हमने ऐसा कराने की कोशिश की तो भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो सकती है इसलिए हम ऐसा नहीं कर रहे हैं।कुम्भ में सुबह 11 बजे से पहले निरंजनी व जूना अखाड़ा के सन्तों ने शाही स्नान कर लिया था। दोनो अखाड़े अलनी पेशवाई के साथ ब्रह्मकुंड में स्नान को पहुंचे थे। सबसे पहले निरंजनी में आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी, साथ में नेपाल के राजा ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह देव, श्रीमहंत रविंद्र पुरी समेत अन्य सन्तो ने स्नान किया। जूना अखाड़ा के साथ अग्नि और आह्वान में सबसे ज्यादा नागा सन्यासी उमड़े हैं। नागा सन्यासी तलवार और फरसों के साथ करतब करते हुए शाही स्नान के लिए हर की पैड़ी पर पहुंचे। हर की पैड़ी पर अन्य घाटो पर श्रद्धालु स्नान कर रहे है।
ये है शाही स्नान का क्रम
1. सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा अपने साथी आनंद के साथ अपनी छावनी से सुबह 8.30 बजे चलेगा। हर की पौड़ी पर पहुंचकर निरंजनी अखाड़े के संत शाही स्नान करेंगे।
2. उसके बाद 9 बजे का समय जूना अखाड़ा व अग्नि अखाड़ा, आवाहन और किन्नर अखाड़ा को स्नान के लिए दिया गया है। जूना अखाड़े से निकलकर हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड में स्नान करेगा।
3. उसके बाद महानिर्वाणी अपने साथी अटल के साथ कनखल से हर की पौड़ी की ओर रुख करेगा। इस अखाड़े के संत यहां से 9.30 बजे शाही स्नान के लिए निकलेंगे।
4. उसके बाद तीनों बैरागी अखाड़े श्री निर्मोही अणी, दिगंबर अणी, निर्वाणी अणी 10:30 बजे अपने हाथों से चलकर हर की पौड़ी पहुंचेंगे।
5. उसके बाद श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा 12:00 बजे अपने अखाड़े से हर की पौड़ी की ओर रुख करेगा।
6. श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा लगभग 2:30 बजे अपने अखाड़े से हर की पौड़ी की ओर रुख करेगा।
7. आखिर में श्री निर्मल अखाड़ा 3 बजे के करीब अपने अखाड़े से हर की पौड़ी की ओर रूख करेगा।