महाराष्ट्र पुलिस के 364 कर्मी कोरोना संक्रमित, चार की मौत
मुंबई । पिछले 24 घंटे में महाराष्ट्र पुलिस के 364 कर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए और चार की मौत हो गई है। महाराष्ट्र पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक 20,367 पुलिसकर्मी पाए गए हैं, जिनमें 2,218 अधिकारी हैं। कोरोना से 208 पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है, जिनमे 21 अधिकारी शामिल हैं।अधिकारी के मुताबिक, अब तक 3,796 सक्रिय मामले हैं, राज्य पुलिस बल के 16,363 कर्मी अब तक ठीक हुए हैं। वहीं, राज्य में कोरोना संक्रमण के प्रतिबंधों का उल्लंघन करने पर पुलिस ने अब तक 2,57,837 मामले दर्ज किए हैं। इस संबंध में 34,958 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने विभिन्न मामलों में जुर्माने के रूप में 25 करोड़ रुपये एकत्र किए हैं।इधर, महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना के 23365 नए मामले और 474 मौतें रिपोर्ट हुईं और 17,559 मरीज डिस्चार्ज हुए। राज्य में कुल मामले बढ़कर 11,21,221 हो गए हैं, जिनमें 30,883 मौतें और 7,92,832 डिस्चार्ज मरीज शामिल हैं। कुल सक्रिय मामले 2,97,125 हैं। वहीं, कोरोना संक्रमण को लेकर राज्यसभा में बुधवार को तीखी चर्चा हुई। विपक्ष ने केंद्र पर इसको लेकर ढेर सारे आरोप लगाए। लेकिन जैसे ही सत्ता पक्ष ने जवाब देना शुरू किया, विपक्ष बिफर गया। सबसे चैंकाने वाला वाकया तब देखने को मिला, जब सदन में भाजपा सदस्य डॉ. विनय पी. सहस्त्रबुद्धे ने कोरोना प्रबंधन पर महाराष्ट्र सरकार की असफलताएं गिनानी शुरू कीं। शिवेसना के साथ-साथ सपा की सदस्य जया बच्चन भी विरोध में खड़ी दिखीं। उन्होंने महाराष्ट्र के काम-काज की जमकर तारीफ भी की। जया बच्चन ने कहा कि मुंबई में जिस तरह से हर घंटे सड़कों को सैनिटाइज किया जा रहा है, उसकी किसी से कोई तुलना नहीं है। इस विषय को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए।इस दौरान सहस्त्रबुद्धे ने किसी राज्य का नाम लिए बगैर कहा कि लॉकडाउन के समय कई राज्यों ने असहयोग किया है। कोरोना से संक्रमित आज जो दस बड़े शहर हैं, उनमें पुणे, मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, ठाणे प्रमुख हैं। महाराष्ट्र में सरकार और प्रशासन के बीच तालमेल न होने से यह सारी अव्यवस्था पैदा हुई है। इससे पहले इस चर्चा में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा, तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक-ओ-ब्रायन ने भी हिस्सा लिया। विपक्ष की तरफ से मजदूरों के पलायन का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया गया।