खुलासा: इस योजना के तहत 21,000 लोगों ने 4900 करोड़ रुपये कालेधन की घोषणा की
नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद अघोषित आय का खुलासा करने के लिए लाई गई प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई) के तहत 4,900 करोड़ रुपये मूल्य के कालेधन की घोषणा की गई. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. सरकार ने इस योजना के जरिये अघोषित आय का खुलासा कर उस पर कर और जुर्माने का भुगतान कर लोगों को पाक-साफ होने का एक मौका दिया था. एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि आयकर विभाग ने इन घोषणाओं के जरिये कर के रूप में अब तक 2,451 करोड़ रुपये प्राप्त किए.
इस योजना से 4900 करोड़ का कालाधन जमा हुआ
अधिकारी ने कहा, ‘पीएमजीकेवाई के तहत 21,000 लोगों ने 4,900 करोड़ रुपये कालाधन की घोषणा की. योजना इस साल 31 मार्च को बंद हुई. यह अंतिम आंकड़ा है.’ अधिकारी ने यह भी कहा कि आयकर विभाग कालेधन की घोषणा के कुछ मामलों में कानूनी प्रक्रियाओं का पालन कर रहा है. सरकार ने योजना की शुरुआत पिछले साल
दिसंबर में की थी, ताकि कालाधन रखने वाले कर और 50 प्रतिशत जुर्माना देकर पाक-साफ हो सके. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल आठ नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के नोटों को चलन से हटाए जाने की योजना की घोषणा के बाद योजना का एलान किया था.
कालाधन रखने वालों के लिए यह आखिरी मौका था
सरकार न इस योजना को कालाधन रखने वालों के लिए पाक-साफ होने का आखिरी मौका बताया था. योजना के तहत 49.9 प्रतिशत कर, अधिभार और जुर्माना देना था. साथ ही कुल अघोषित आय का 25 प्रतिशत ऐसे खाते में चार साल तक रखना था जिसमें कोई ब्याज नहीं मिलेगा.