सहारा विदेशी होटलों और 30 घरेलू संपत्तियों की बिक्री के लिए कर रहा है बातचीत

नई दिल्ली/न्यूयॉर्क: कानूनी लड़ाई में संकट में घिरा सहारा समूह अपने तीन प्रमुख विदेशी होटली की बिक्री के लिए बातचीत में लगा है. समूह की करीब 7500 करोड़ रुपये मूल्य की 30 घरेलू संपत्तियों की नीलामी में प्राप्त अंतिम बोलियों का मूल्यांकन भी चल रहा है. सहारा समूह उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार बाजार नियामक सेबी के पास जमा कराई जाने वाली धन राशि जुटाने में लगा है.

सूत्रों ने बताया कि इन 30 घरेलू संपत्तियों की नीलामी में भाग लेने की इच्छुक पार्टियों की ओर से 250 से अधिक रुचि-पत्र आए थे. अब अंतिम बोली लगाने वालों में कुछ बड़े कॉरपोरेट भी हैं. इन संपत्तियों की नालामी नाइट फ्रैंक इंडिया द्वारा कराई जा रही है.

सूत्रों ने बताया कि अंतिम बोलीदाताओं की निश्चित पहचान का पता नहीं चल सका है लेकिन 25-26 इच्छुक पार्टियों ने अंतिम बोलियां सौंपी हैं जिन्होंने इन संपत्तियों में रूचि प्रदर्शित की थी उनमें टाटा, गोदरेज, अडानी, पातंजलि तथा ओमेक्स एवं एल्डेको जैसी कई रीयल एस्टेट कंपनियां शामिल हैं.

इसके अलावा कुछ उच्च संपदा वाले व्यक्तियों (एचएनआई) और एक सार्वजनिक कंपनी ने भी इन संपत्तियों के लिए रूचि पत्र जमा कराए थे. सूत्रों ने बताया कि तीन विदेशी होटलों-न्यूयॉर्क के प्लाजा और ड्रीम डाउनटाउन तथा लंदन में ग्रॉसवेनर हाउस की बिक्री के लिए बातचीत चल रही है.

न्यूयॉर्क पोस्ट की खबर के अनुसार सउदी के शहजादे अल वलीद बिन तलाल ने प्लाजा होटाल में सहारा की हिस्सेदारी खरीदने के लिए ऐशकेनाजी एक्वीजिशन कॉरपोरेशन के साथ साझेदारी की. न्यूयार्क में एशकेनाजी एक्वीजिशन कापरेरेशन की कई संपत्तियां हैं. हालांकि सहारा ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा, पलाजा के लिए समूह के समक्ष ऐसे किसी सौदे पर चर्चा नहीं चल रही है.

सहारा ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा, ‘तीनों होटल एक दूसरे के लिए रेहन पर हैं ऐसे में केवल प्लाजा को ही नहीं बेचा जा सकता है.’ वैसे सहारा ने इन तीनों होटलों के मूल्य निर्धारण के बारे में पूछे गये सवाल का जवाब नहीं दिया. अतीत में इनकी बिक्री से संबंधित कई सौदे औंधे मुंह गिर चुके हैं.

सहारा के शानदार एम्बे वैली रिसोर्ट टाउनशिप का महज 43,000 करोड़ रुपये दाम लगाये जाने की खबर पर ग्रुप ने कहा कि इसका मूल्य निश्चित रूप से एक लाख करोड़ रुपये से अधिक है. केवल सर्किल दर से इसका मूल्य 43,000 करोड़ रुपये के आसपास आता है. तीस घरेलू संपत्तियों की नीलामी की स्थिति के बारे में प्रवक्ता ने कहा, ‘30 संपत्तियों की अंतिम बोलियों का मूल्यांकन चल रहा है. यह बिल्कुल जल्दबाजी होगा, इसलिए हम इस समय कोई टिप्पणी नहीं कर सकते. और यह भी कि इसे नाइट फ्रैंक इंडिया देख रहा है.’

सहारा प्रमुख सुब्रत राय पिछले महीने उच्चतम न्यायालय में पेश हुए थे. न्यायालय ने उनका पेरौल 19 जून तक के लिए बढ़ा दिया था साथ ही चेतावनी दी कि वादे के अनुसार 1500 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं करने पर उन्हें फिर सलाखों के पीछे जाना पड़ सकता है. राय ने उच्चतम न्यायालय में अपने हलफनामे और व्यक्तिगत आश्वासन में कहा था कि वह 15 जून या उससे पहले 1500 करोड़ रुपये का भुगतान और उसके बिल्कुल एक महीने बाद 552.22 करोड़ रुपये का भुगतान करेंगे.

सहारा ग्रुप का दावा है कि वह समूह की दो कंपनियों सहारा इंडिया रीयल एस्टेट कोरपोरेशन लिमिटेड और सहारा हाउसिंग इनवेस्टमेंट कोरपोरेशन लिमिटेड के ऋण पत्रों (ओएफसीडी) में निवेश करने वालों निवेशकों को उनके देय का 93 फीसदी से अधिक भुगतान कर चुका है.

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