शहर में रोजाना जाम का झाम, स्थानीय लोग और तीर्थाटक परेशान
ऋषिकेश। शहर में जाम के झाम से स्थानीय लोगों और तीर्थाटकों को मुक्ति नहीं मिल पा रही है। पल-पल लगने वाले जाम की समस्या पर पुलिस कतई संजीदा नहीं दिखती है। हालांकि, दावों में जरूर व्यवस्था को सुधरने की बात की जाती रही है।
पुलिस की लापरवाही से शहर में आजतक मुक्कमल ट्रैफिक प्लान लागू नहीं हो पाया है। जिसकी वजह से स्थानीय लोग ही नहीं, बल्कि देश-दुनिया से आने वाले तीर्थाटकों तक को फजीहत झेलनी पड़ रही है। यह हाल तब है जब खुद केातवाली की कमान संभाल रही एएसपी निहारिका भट्ट ट्रैफिक को लेकर सड़क पर उतर चुकी हैं। बावजूद लोगों को जाम की समस्या से निजात नहीं मिल पा रही है।
इसी माह के अंत में चारधम यात्रा और पर्यटन सीजन शुरू होने वाला है। ऐसे में यहां समस्या विकराल रूप धरण कर सकती है। बावजूद जिम्मदारों को इसकी जरा भी परवाह नहीं है। समस्या को लेकर स्थानीय सामाजिक संगठन पुलिस से ट्रैफिक प्लान लागू करने की मांग कई बार चुके हैं।
क्यों है अतिक्रमण पर चुप्पी
शहर की सड़कों पर पसरा अतिक्रमण भी जाम लगने की बड़ी वजह है। लेकिन पुलिस और प्रशासन कार्रवाई की बजाए महज बैठकों तक सीमित हैं। सड़कों की घेरबाड़ होने से पैदल चलने वाले लोगों को पफुटपाथ की बजाए सड़कों पर चलना पड़ता है। इससे भी टैफिक जाम की समस्या पैदा होती है। मगर जिम्मेदार अफसर ‘धृतराष्ट्र’ बने हुए हैं।
शहर में सड़कें संकरी होने की वजह से जाम लगात है। चारधम यात्रा के लिए ट्रैपिफक प्लान लागू किया जाएगा। इस समस्या के स्थायी समाधन को पुलिस प्रयास कर रही है।