वीरेंद्र सहवाग का चैंपियंस ट्रॉफी में 15 साल पुराना रिकॉर्ड विराट कोहली सहित कोई नहीं तोड़ पाया है!
नई दिल्ली: चार साल बाद आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी एक बार फिर होने जा रही है. इस समय इसके अभ्यास मैच खेले जा रहे हैं, जबकि मुख्य मुकाबले एक जून से होंगे. आईसीसी के इस टूर्नामेंट को मिनी वर्ल्ड कप भी कहा जाता है, जिसमें अलग-अलग खिलाड़ियों ने कई उलब्धियां हासिल की हैं. हम आपको टीम इंडिया के विस्फोटक बल्लेबाज रहे वीरेंद्र सहवाग के नाम चैंपियंस ट्रॉफी में दर्ज एक रिकॉर्ड के बारे में बताने जा रहे हैं, जो 15 सालों से अजेय है और इसे विराट कोहली, क्रिस गेल और एबी डिविलियर्स जैसे तूफानी गति से खेलने वाले बल्लेबाज भी नहीं तोड़ पाए हैं. साथ ही जानिए इस सूची में एक और भारतीय सहित और कौन-से बल्लेबाज शामिल हैं…
हम जिस रिकॉर्ड की बात कर रहे हैं, वह चैंपियंस ट्रॉफी की एक पारी में बाउंड्री की मदद से बनाए गए सबसे अधिक रनों का है. इस मामले में गेंद को पलक झपकते ही सीमारेखा पार भेजे देने वाले सहवाग नंबर वन हैं. सहवाग ने साल 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ 126 रनों की पारी खेली थी. इनमें 90 रन उन्होंने महज चौकों और छक्कों से ही बना दिए थे. सगवाग ने इसमें 21 चौके और 1 छक्का लगाया था.
दूसरे नंबर पर नैथन एस्टल
चैंपियंस ट्रॉफी में चौके-छक्कों से सबसे अधिक रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर न्यूजीलैंड के बल्लेबाज नैथन एस्टल हैं. एस्टल ने साल 2004 के टूर्नामेंट में यूएसए के खिलाफ केवल बाउंड्री की मदद से 88 रन (13 चौके, 6 छक्के) ठोके थे.
तीसरे नंबर पर विस्फोटक क्रिस गेल
वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के इस ओपनर का नाम बाउंड्री लगाने के मामले में न हो ऐसा थोड़ा मुश्किल है. गेल चैंपियंस ट्रॉफी में इस मामले में तीसरे नंबर पर हैं. उन्होंने साल 2006 के टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 17 चौके और 3 छक्कों से 86 रन जड़ दिे थे.
चौथे नंबर पर शेन वॉटसन
ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर शेन वॉटसन ने चैंपियंस ट्रॉफी, 2009 में इंग्लैंड के खिलाफ केवल 10 चौके और 7 छक्कों की मदद से ही 82 रन बना दिए थे.
पांचवें नंबर पर सौरव गांगुली
इस सूची में टीम इंडिया से दूसरा नाम सफलतम कप्तानों में से एक सौरव गांगुली का है. गांगुली ने साल 2000 की चैंपियंस ट्रॉफी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 80 रन 11 चौकों और 6 छक्कों से ही बना दिए थे.