रुपये ने आज फिर दिखाई रिकॉर्ड मजबूती, लेकिन क्या यह चिंता का विषय भी है?- पांच जरूरी बातें
मुंबई: भारतीय मुद्रा रुपये ने आज एक बार फिर से रिकॉर्ड स्तर की मजबूती दिखाई है. बैंकों और निर्यातकों की ताजा डॉलर बिकवाली के चलते गुरुवार को कारोबार की शुरुआत में रुपया पांच पैसे और मजबूत हो गया. यह डॉलर के मुकाबले दो साल की नई ऊंचाई 63.65 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया.
आइए जानें इससे जुड़ी पांच जरूरी बातें…
1. शेयर बाजार में विदेशों से पूंजी प्रवाह और बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है. दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के नरम पड़ने से भी रुपये की मजबूती को समर्थन मिला है.
2- अंतर बैंकिंग विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में सबसे अधिक 37 पैसे की मजबूती दर्ज की गई थी. और उसने 64 रुपये के मनौवैज्ञानिक स्तर को भी तोड़ दिया. इसके बाद यह घटकर 63.70 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया.
3- जानकारों की मानें तो रुपये में मजबूती से आयतित मुद्रास्फीति तो थमेगी जोकि एक अच्छा संकेत होगा लेकिन वहीं यदि आउटपरफॉर्मेंस जारी रहती है तो लंबे समय में इसका नुकसान व्यापारिक स्तर पर देखा जा सकता है. यह असर निर्यात के स्तर स्तर पर देखा जा सकता है. एक्सपोर्ट कॉम्पटीटिवनेस इससे प्रभावित होगी.
4- रिजर्व बैंक ने बुधवार को रेपो दर को 0.25 प्रतिशत कम कर दिया. इससे भी रुपये में धारणा मजबूती की रही. बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स गुरुवार को कारोबार की शुरुआत में 78.64 अंक गिरावट में रहा.
5- इस वक्त रुपया अंतरराष्ट्रीय बाजार में दुनिया की सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली मुद्रा है. अब तक डॉलर के मुकाबले इसमें छह प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.