राज्यपाल व सीएम ने हेमकुंड साहिब यात्रा के प्रथम जत्थे को रवाना किया
देहरादून, । राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा परिसर ऋषिकेश से श्री हेमकुंड साहिब यात्रा के प्रथम जत्थे को रवाना किया। राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारा में मत्था टेका एवं प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने हेमकुंड यात्रा पर जाने वाले सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी। राज्यपाल ने कहा कि आज श्री हेमकुंड साहिब जी की यात्रा के शुभारंभ का यह बहुत ही शुभ दिन है, पंज प्यारों के नेतृत्व में पहला जत्था श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए रवाना हो रहा है और मैं इस पवित्र अवसर पर सभी श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ। उन्होंने कहा कि यह यात्रा हम सबके लिए श्रद्धा, भक्ति और विश्वास की यात्रा है, जीवन को धन्य बनाने की यात्रा है। राज्यपाल ने कहा कि आप सभी श्रद्धालुओं को भी हिमालय की सात चोटियों के बीच, अमृत सरोवर की लहरों के बीच, पवित्र श्री निशान साहिब की लहराती दिव्य ध्वजा के साथ श्री हेमकुंड साहिब जी के पवित्र दर्शन प्राप्त कर जीवन को धन्य बनाने का यह अवसर प्राप्त हुआ है। राज्यपाल ने सिख गुरुओं को याद करते हुए कहा कि युद्ध कला, युद्ध रणनीति, ‘निश्चय कर अपनी जीत करौ’ विजय हासिल करने की शिक्षा, निंदा, चुगली से दूर रहने की शिक्षा, जरूरतमंद की सेवा करने की शिक्षा, बचत करने की शिक्षा, शस्त्र विद्या, घुड़सवारी करने की शिक्षा, नशे से दूर रहने की शिक्षा हमें गुरूओं ने दी है। उन्होंने कहा कि स्वाभिमान, साहस, बलिदान, परिश्रम और सेवा के मार्ग पर चलकर ‘सवा लाख ते एक लड़ावां’ का संदेश अदम्य साहस की शिक्षाओं का सार है। वहां उपस्थित देश-विदेश से आए हुए श्रद्धालुओं से राज्यपाल ने कहा कि यह उत्तराखण्ड की धरती गुरु परम्परा की समृद्ध धरती है। उन्होंने कहा कि श्री हेमकुंड यात्रा में आने वाला हर यात्री हमारा ब्रांड एंबेसडर है, हमारा प्रयास है कि यहां से हर एक साध संगत संतुष्ट होकर जाए, हमारे लिए ये बहुत ही खुशी की बात है कि श्री हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए दो हजार से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं।