राज्यपाल ने अल्मोड़ा में जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों के साथ की बैठक
नैनीताल/अल्मोड़ा, । राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) अल्मोड़ा पहुंचे। अल्मोड़ा के सर्किट हाउस पहुंचने पर जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा तथा मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी ने राज्यपाल का स्वागत किया।
राज्यपाल ने जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की तथा जनपद के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान राज्यपाल ने जनपद के विकास और समृद्धि को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने पीपीटी के माध्यम से राज्यपाल को जनपद में किए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों एवं उपलब्धियों का प्रस्तुतीकरण दिया। जिलाधिकारी ने बैठक में बताया कि बीते दिनों जनपद के विकास के लिए कई कदम उठाए गए हैं जिनके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। खनन न्यास से सरकारी स्कूलों में अस्थाई अध्यापकों की तैनाती कर स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने का प्रयास किया गया है। मुंबई की पेस अकादमी के साथ समन्वय कर स्कूली बच्चों को निःशुल्क नीट एवं इंजीनियरिंग की कोचिंग कराई जा रही है। यहां बच्चों को वर्चुअली माध्यम से कोचिंग उपलब्ध कराई जा रही है। बच्चे इन क्लासों के प्रति बहुत उत्साहित हैं।
उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इस दिशा में नगर अल्मोड़ा में पिंक ई-रिक्शा का संचालन किया गया है। सरकारी सहायता से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ई-रिक्शा के संचालन से उनको स्वरोजगार से जोड़ा गया है, जिससे इन महिलाओं की आर्थिकी में सकारात्मक परिवर्तन हुआ है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा ने भी पुलिस विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों एवं नशे के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई सेम अन्य कार्यों का प्रस्तुतीकरण दिया गया। राज्यपाल ने जिला प्रशासन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस दिशा में लगातार कार्य किए जाएं, लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा जाए जिससे उनकी आर्थिकी में लाभकारी बदलाव आए। जनपद में नशीले पदार्थों की आपूर्ति करने वाले तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाए तथा अल्मोड़ा को नशा मुक्त बनाने की दिशा में लगातार कार्य किए जाएं।
दीदी की रसोई का किया शुभारंभः इसके पश्चात राज्यपाल ने दीदी की रसोई वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दीदी की रसोई के नाम से संचालित यह वाहन चलती-फिरती कैंटीन है। इस चलती-फिरती कैंटीन का संचालन स्वयं सहायता समूह की महिलाएं करेंगी, जिसमें खाना, स्नैक्स तथा फास्ट फूड उपलब्ध रहेगा। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्राम्य विकास विभाग तथा हिमोत्थान (रीप) परियोजना के माध्यम से इस चलती-फिरती दीदी की रसोई का वित्त पोषण किया गया है। इसके माध्यम से नॉन फॉर्मिंग गतिविधियों में महिलाओं की आजीविका बढ़ाने का प्रयास किया गया है। राज्यपाल द्वारा समूह की महिलाओं के प्रयास को सराहा गया। इस प्रयास के लिए उन्होंने जिला प्रशासन को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरसी पंत, उपजिलाधिकारी सदर संजय कुमार, जिला विकास अधिकारी एसके पंत समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।