यूसीसी ड्राफ्ट कमेटी को सुझाव देने मे क्यों ठिठके कांग्रेस के कदम
देहरादून,। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कांग्रेस के विधानसभा कूच पर निशाना साधते हुए, उनके यूसीसी विरोध को तुष्टिकरण और महिला विरोधी रवैया करार दिया है। पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए चौहान ने कहा कि प्रदेशवासी उनके सनातन संस्कृति विरोधी और तुष्टिकरण वाले चेहरे को अच्छी तरह पहचान चुके हैं। वे उनके द्वारा फैलाए जा रहे झूठ, भ्रम और प्रपंच में नहीं फंसने वाले हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी, जनसरोकारों एवं जनभावनाओं से पूरी तरह कट चुकी है। यही वजह है कि उनके ऐसे राजनीतिक कार्यक्रमों में जन भागेदारी शून्य रहती है।
चौहान ने कहा कि उतराखंड से पारित एक कानून के जिस मंत्र ने आज राज्य को समूचे देश में गौरवशाली उपलब्धि प्रदान की है, उसका भी वे सिर्फ राजनैतिक कारणों से विरोध कर रहे हैं। चौहान ने कहा कि यूसीसी ड्राफ्ट समिति ने जब सभी राजनैतिक दलों को समान नागरिक संहिता के संबंध में अपना सुझाव देने हेतु बुलाया था तब शायद कांग्रेस उत्तराखंड की महिलाओं को समान अधिकार दिलाने की पक्षधर नहीं थी। इसी कारण से कांग्रेस ने समिति को अपने सुझाव नहीं दिये और आज महिला हितैषी बनने का ढोंग कर रही है।
क्या कांग्रेस समान नागरिक संहिता का विरोध करके संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और अपने नेता जवाहर लाल नेहरू का अपमान नहीं कर रही है जिन्होंने समान नागरिक संहिता को भारतीय संविधान का अंग बनाया। कांग्रेस की ऐसी ही सोच ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को कांग्रेस छोड़ने पर विवश किया था। महिलाओं और देश के कमजोर वर्गों को समान अधिकार दिलाने के पक्षधर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी का ये अपमान उत्तराखंड नहीं सहेगा। चौहान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उनके नेता सुविधा के हिसाब से संस्कृति और अल्पसंख्यकों तथा बहुसंख्यकों की राजनीति करती है। उन्हे सनातन और संस्कृति से कोई लेना देना नही है। अल्पसंख्यकों को संसाधनों का पहला हक देने की मंशा रखने वाले ये लोग आज सनातन संस्कृति की चिंता करने का ढोंग कर रहे हैं।