यूपी में नहीं होगी सीएचसी-पीएचसी की भर्तियां, स्वास्थ्य मंत्री ने लगाई रोक
इलाहाबाद। योगी के साथ अब उनके मंत्री भी एक्शन में आ रहे हैं। देर रात इलाहाबाद पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सीएचसी, पीएचसी में होने वाली भर्तियों पर रोक लगा दी है। अब सूबे में स्वास्थ्य विभाग की कोई नई भर्ती नहीं होगी। इस बावत मंत्री सिद्धार्थ ने आदेश भी जारी कर दिए हैं। विभाग में एडवाइजरी जारी कर दी गई है कि अगले आदेश तक कोई भी भर्ती प्रक्रिया नहीं होगी।
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मंत्री बनने के बाद पहुंचे इलाहाबाद
मंत्री बनने के बाद सिद्धार्थ नाथ सिंह पहली बार इलाहाबाद पहुंचे हैं। जिले की सीमा में प्रवेश के साथ ही उनका स्वागत शुरू हो गया। जगह-जगह कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाओं से अपना उत्साह प्रकट किया।
इलाहाबाद में भी दिखेगा बदलाव!
मंत्री सिद्धार्थ ने जिले के सरकारी अस्पताल में भी चंद दिनों में बदलाव के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में हर संसाधन उपलब्ध होंगे। अस्पताल में व्याप्त कमियों को दूर कर चिकित्सा सेवाएं बेहतर की जाएंगी।
प्रतिदिन देना होगा काम का हिसाब
सूबे में अब अधिकारियों को अपने प्रतिदिन के कामकाज का हिसाब भी देना होगा। प्रमुख सचिव और महानिदेशक व सभी जिलों के सीएमओ अब मरीजों, डॉक्टरों, एंबुलेंस और दवा वितरण आदि का ब्योरा प्रतिदिन एक निश्चित फार्मेट पर उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की नीति और नियति का ही परिणाम है कि कार्यभार संभालते ही काम शुरू कर दिया गया।
‘जनता से किया वादा होगा पूरा’
सिद्धार्थ ने कहा कि शहर पश्चिमी की जनता से जो वादा उन्होंने किया है वो उसे पूरा करेंगे। सड़कों का हाल सबसे खराब है। पीपल गांव वाली सड़क को फौरन ठीक करने और अन्य खराब सड़कों के बारे में सूची बनाई जा रही है। समस्याओं को जल्द दूर कर क्षेत्र विकास की योजना उनकी प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने के साथ बिना किसी भेदभाव के सभी जगह काम कराए जायेंगे। फिलहाल थोड़ा सा वक्त चाहिए जिससे हर वादा पूरा किया जा सके।
ऐप के जरिए करेंगे कायाकल्प
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि अवैध बूचड़खानों पर रोक, एंटी रोमियो स्क्वायड और स्वच्छता अभियान हमारी शुरुआत है। स्वास्थ्य मंत्रालय का लक्ष्य समाज के आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाना है। इसी के तहत स्टैंडर्ड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल बनाया जाएगा, जिससे शहर और गांव में दस साधारण बीमारियों में मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियों का एक समान इलाज होगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हों इसके लिए अस्पतालों का निरीक्षण शुरू कर दिया गया है। वहां उपकरण, डॉक्टर और दवा की कमी हुई तो उसे दूर किया जाएगा। नए विभाग खोले जाएंगे। ऐसा एप बनाएंगे जिससे किसी भी तरह का फोन इस्तेमाल करने वाले दूर दराज में रहने वाले अपने पास के डॉक्टर और अस्पताल में उपचार करा सकेंगे।
संकल्प पत्र पर काम
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि सीएम योगी की प्रदेश सरकार पीएम मोदी की मंशा के अनुरूप संकल्प पत्र के आधार पर काम कर रही है। जनता को जल्द ही योगी सरकार की कार्यप्रणाली का एहसास हो जाएगा। हम सूबे के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
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Source: hindi.oneindia.com