मां दुर्गा के जयकारों से गूंजा रुद्रप्रयाग
रुद्रप्रयाग। जिला मुख्यालय में पहली बार विजय दषमी के पावन पर्व पर मां दुर्गा की मूर्ति का गंगा में विसर्जन किया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर पुण्य अर्जित किया।
दरअसल, जिला मुख्यालय के न्यू बस अडडा पर सप्तमी से दुर्गा पूजन का आयोजन रखा गया था। सोमवार को अखण्ड जागरण का आयोजन किया गया। जागरण में भी हजारों की संख्या में भक्तों ने भाग लिया। मंगलवार प्रात : मां दुर्गा की आरती उतारी गई। इसके बाद मां दुर्गा एवं अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियों को गंगा में विसर्जित करने के लिये बस अडडे से अलकनंदा नदी किनारे स्थित स्नान घाट तक भव्य झांकी निकाली गई। झांकी के दौरान रुद्रप्रयाग बाजार मां दुर्गा के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। पुन : यहां पर मां दुर्गा की आरती उतारी गई। जिसके बाद मां दुर्गा, भगवान गणेष, कुमार कार्तिक, मां सरस्ती सहित अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियों को अलकनंदा नदी में विसर्जित किया गया। आयोजन समिति के अध्यक्ष सच्चिदानंद सेमवाल एवं सचिव विजय कप्रवाण ने कहा कि पहली बार जिला मुख्यालय में दुर्गा पूजा एवं मूर्ति विसर्जन का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में भक्तों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि जानकारी न होने के बावजूद भी दूर-दराज क्षेत्रों से श्रद्धालु दुर्गा पूजा में षामिल हुये हैं। उन्होंने कहा कि प्रषासन एवं पुलिस का भी दुर्गा पूजा के दौरान पूर्ण सहयोग मिला है। अगले वर्ष से दुर्गा पूजा आयोजन को और भी अधिक भव्य रूप दिया जायेगा। इस मौके पर पालिकाध्यक्ष राकेष नौटियाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष श्रीमती रेखा सेमवाल, आईडीबीआई बैंक के प्रबंधक राजू लग्रवाल, चन्द्रमोहन सेमवाल, हरि सिंह बिष्ट, आचार्य दीपक नौटियाल, अजय कप्रवाण, अजित राणा, सामाजिक कार्यकर्ता अषोक चौधरी, अरूण कप्रवाण सहित हजारों की संख्या में भक्त मौजूद थे।