मध्य प्रदेश के इस आईपीएस अधिकारी का हुआ तबादला, तो विरोध में सड़कों पर उतर आए लोग

कटनी। मध्य प्रदेश में एक पुलिस अधिकारी के ट्रांसफर का विरोध करने के लिए वहां के लोग सड़कों पर उतर आए हैं। इस पुलिस अधिकारी ने एक हवाला रैकेट का खुलासा किया था, जिसमें राज्य के एक मंत्री के भी शामि होने का आरोप है। इस ट्रांसफर को खाकी और खादी के बीच लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। इस आईपीएस अधिकारी का नाम गौरव तिवारी है, जिनका सोमवार को मध्य प्रदेश के कटनी से ट्रांसफर कर दिया गया। सोशल मीडिया पर भी लोग गौरव तिवारी का समर्थन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग सिंघम फिल्म में अजय देवगन की भूमिका से गौरव तिवारी की तुलना करते हुए उन्हें एक ईमानदार पुलिस अधिकारी बता रहे हैं। ये भी पढ़ें- इंडियन आर्मी ऑफिसर्स और जवानों के लिए सोशल मीडिया के नियम

गौरव तिवारी को करीब 6 महीने पहले ही कटनी में ट्रांसफर किया गया था और सिर्फ 6 महीने में ही अब उनका ट्रांसफर कटनी से छिंदवाड़ा कर दिया गया है। हजारों लोगों ने कटनी में पिछले कुछ दिनों में प्रदर्शन करके अपना विरोध दर्ज किया है, जबकि बहुत से अन्य लोगों ने सोशल मीडिया पर गौरव तिवारी का समर्थन करते हुए उनके ट्रांसफर किए जाने पर अपना विरोध दर्ज किया है। यह प्रदर्शन मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के नेतृत्व में चल रही भाजपा सरकार के लिए काफी शर्मिन्दी की बात है, जो भ्रष्टाचार से लड़के के लिए जीरो टॉलरेंस पॉलिसी की बात करते हैं।
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यह आरोप लगाए जा रहे हैं कि गौरव तिवारी का ट्रांसफर इसलिए किया है, क्योंकि उन्होंने हाल ही में करीब 500 करोड़ के एक हवाला रैकेट का खुलासा किया था। बताया जा रहा है कि इस रैकेट से एमएसएमई के राज्य मंत्री संजय पाठक का भी कनेक्शन है, जो खुद भी एक खनन करोबारी हैं। संजय पाठक 46 साल की उम्र में मार्च 2014 में कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद उन्होंने विजयगढ़ (कटनी) सीट पर उपचुनाव जीता और पिछले साल ही उन्हें शिवराज चौहान की कैबिनेट में जगह मिल गई।

Source: hindi.oneindia.com

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