मऊ: आचार संहिता का हवाला देकर पुलिस ने महिला के गहने लूटे!
मऊ। स्थानीय शहर कोतवाली क्षेत्र के भीड़भाड़ वाले रोडवेज के निकट सोमवार को दोपहर बाद लगभग डेढ़ बजे बाइक से पुलिस की वर्दी में आए दो लोगों ने रिटायर शिक्षिका के दो लाख से अधिक के गहने उतरवा लिए। गहने बैग में रखने का नाटक करके दोनों गहने लेकर फरार हो गए। सिपाहियों ने चुनाव आयोग के दिशा निर्देश का हवाला देते हुए शिक्षिका को गहने पहन कर बाहर न जाने की नसीहत देते हुए यह वारदात की। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। Read Also: यूपी के बरेली में अस्पताल से दवा लेकर लौट रही महिला से गैंगरेप
शहर के मठिया टोला मुहल्ला निवासी बालिका डा. कृष्णा पांडेय शहर के डीएवी इंटर कालेज से प्रवक्ता पद से सेवानिवृत्त हुई हैं। उनका रेलवे स्टेशन पर एक बुक स्टाल है। वे दोपहर में रोजाना की भांति सोमवार को भी वे रिक्शे से रेलवे स्टेशन जा रही थीं। उनका रिक्शा जब रोडवेज के उत्तर डीसीएसके पीजी कालेज के सामने पहुंचा तो पीछे से बाइक से आए दो सिपाहियों ने उनके रिक्शे को रुकवाया। इन सिपाहियों ने शिक्षिका से कहा कि माता जी, क्या बताएं हमें तो बड़ा संकोच हो रहा है लेकिन हम तो उच्चाधिकारियों के आदेशों का पालन करने के लिए विवश हैं। आप अपना बैग चेक करवा दीजिए।
शिक्षिका ने खुशी खुशी बैग उन्हें दे दिया। बैग की तलाशी लेने के बाद सिपाहियों की नजर उनके हाथ में पड़ी सोने की चूडियों और अंगूठियों पर पड़ी। सिपाहियों ने कहा कि आयोग का निर्देश है कि कोई इतने अधिक सोने के गहने लेकर नहीं चल सकता। आप इन्हें उतार कर अपने बैग में रख लीजिए। शिक्षिका ने सिपाहियों के कहने पर दोनों हाथों में पड़ी 50 ग्राम सोने की चूडियां, पुखराज और मोती की दो अंगूठियां भी उतार दिया।शिक्षिका के अनुसार इन गहनों की कीमत लगभग दो लाख रुपयों से अधिक है।
सिपाहियों ने उनके सामने इन सब गहनों को उनके पर्स में रखने का नाटक किया और चेन बंदकर बैग उन्हें सौंप दिया। जब शिक्षिका रेलवे स्टेशन पहुंचकर गहने पहनने की सोच बैग खोलीं तो उसमें गहने थे ही नहीं। अब उन्हें समझ में आ गया कि बैग में गहने रखने का केवल नाटक सिपाहियों ने किया वास्तव में उनकी नजर बचाकर गहने निकाल लिए थे। अपने को ठगी गई समझ शिक्षिका तुरंत कोतवाली पहुंचीं और तहरीर दीं। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस बाबत सीओ पंकज सिंह का कहना है कि इस मामले में कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। यह भी पता किया जा रहा है कि पुलिसवर्दी के आरोपी कहीं फर्जी तो नहीं हैं। Read Also: मेरठ में देनदारी से बचने के लिए फर्जी अपहरण कांड की पटकथा
Source: hindi.oneindia.com