बैंकों में कामकाज ठप, मांगों को लेकर बैंक कर्मियों ने किया प्रदर्शन
देहरादून, [जेएनएन]: बैंकों का नियमित काम बाहरी स्रोतों से कराए जाने और अन्य समस्याओं पर बैंक कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ गया है। अपनी मांगों को लेकर यूनाईटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस से जुड़े बैंक कर्मचारी आज हड़ताल पर हैं। राजधानी समेत अन्य जिलों में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।
सरकार की जनविरोधी नीतियों, ट्रेड यूनियनों के अधिकारी समाप्त करने नोटबंदी के दौरान बैंक कर्मियों को उचित मुआवजा न दिए जाने आदि के खिलाफ बैंक कर्मचारी मुखर हैं। विभिन्न मांगों और समस्याओं को लेकर हड़ताल की जा रही है।
एसबीआई अधिकारी एसोसिएशन के उपमहासचिव हरिओम रेखी और यूनियंस के संयोजक जगमोहन मेहंदीरत्ता ने कहा कि केंद्र सरकार ट्रेड यूनियन के अधिकार करने और बैंकों का निजीकरण पर तुली हुई है। ऋण वसूली के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
बैंक कर्मचारियों ने बढ़ते एनपीए से निपटने के लिए रिकवरी प्रक्रिया तेज गति में अपनाने की मांग की है। रोष जताते हुए कहा कि बैंक कर्मियों की मांगों को प्रति उदासीनता अपनाई हुई है। इसके कारण ही देशभर के 10 लाख से अधिक कर्मचारी एक दिवसीय हड़ताल पर है। इसमें बैंकिंग से जुड़ी सात मुख्य यूनियन शामिल हैं।
एसबीआई समेत अन्य सरकारी बैंकों में कामकाज ठप
नैनीताल में उत्तरांचल बैंक इम्प्लाइज यूनियन के बैनर तले जिला मुख्यालय के राष्ट्रीयकृत बैंक कर्मी हड़ताल पर हैं। हड़ताल की वजह से एसबीआई समेत अन्य सरकारी व निजी बैंकों की दो दर्जन शाखाओं में कामकाज ठप है। कतिपय बैंकों के एटीएम में केश नहीं हैं। मल्लीताल स्टेट बैंक मुख्य शाखा में बैंक कर्मियों ने प्रदर्शन किया। साथ ही केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर बैंकों में आउट सोर्सिंग बंद करने, नोटबंदी के दौरान बैंक कर्मियों द्वारा किए गए कार्य का अलग से लाभ देने समेत अन्य मांगें शामिल हैं। इस दौरान प्रांतीय अध्यक्ष प्रवीण साह, शिखर शाह, अपर्णा समेत अन्य मौजूद रहे।