फिरंगियों की निशानी बता सीएम का गाउन पहनने से इन्कार
देहरादून : यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज (यूपीईएस) के दीक्षांत समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दीक्षांत समारोह की पोशाक (गाउन) पहनने से साफ इन्कार कर दिया। जबकि मंच पर पहले से मौजूद केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, राज्यपाल डॉ. केके पाल, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत आदि पोशाक पहने हुए थे। मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके, उन्होंने उपाधि लेने वाले छात्रों और मंचासीन पदाधिकारियों की ओर इशारा करते हुए दो टूक कहा कि आखिर कब तक हम फिरंगियों की निशानी वाली ड्रेस पहनकर इसे अपनी शान समझते रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने छात्रों से दीक्षांत समारोह में स्वदेशी पोशाक पहनने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अब हमें स्वदेशी संस्कृति अपनानी चाहिए। दीक्षांत समारोह में पहनी जाने वाली पोशाक फिरंगियों की निशानी है, जिसका हमें परित्याग करना होगा।
मुख्यमंत्री की इस अपील का छात्रों व अभिभावकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से जोरदार स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने यूपीईएस प्रबंधन को जिम्मेदारी सौंपी कि वह स्वदेशी दीक्षांत समारोह गणवेश बनवाएं, जिसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
उन्होंने एलान किया कि उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य बनेगा, जहां दीक्षांत समारोह में छात्र से लेकर विवि प्रबंधन व अतिथि सभी स्वदेशी पोशाक में नजर आएंगे। इससे हमें खुद पर गर्व महसूस होगा कि हम भारतीय संस्कृति को संजोने के लिए सजग हैं।
सीएम की इस टिप्पणी का छात्रों व अभिभावकों ने तो स्वागत किया ही, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी मुस्कराते दिखे। वहीं, पेट्रोलियम विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी मुख्यमंत्री के निर्देश का पालन करने की हामी भरते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का अगला दीक्षांत समारोह स्वदेशी गणवेश में ही होगा।