पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम बोले-नोटबंदी के निर्णय से पहले मंत्रियों को बंधक बना कर रखा गया
नई दिल्ली। देश के पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद पी.चिदंंबरम ने भाजपा पर सीधा हमला बोलते हुए उसे भारतीय इतिहास की सबसे बड़ी इवेंट मैनेजर कंपनी करार दिया था। इनका हर इवेंट कुछ समय के लिए होता है। उन्होंने कहा कि आज के समय में कोई भी स्किल इंडिया और स्वच्छ इंडिया की बात नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि लोग अब जानना चाहते हैं कि उनके जवान कब सुरक्षित होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कैसलेश सोसायटी की बात करते हैं। वो ऐसी बात करते हैं जो कहीं होने नहीं जा रही है। उन्होंने कहा कि या मेरा अधिकार है कि नगद या कार्ड का प्रयोग करूं।
8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कालाधन, भ्रष्टाचार और जाली करेंसी विमुद्रीकरण के फैसले के बाद खत्म हो जाएगी। क्या अब इनमें से कुछ भी देश में नहीं बचा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्या अपने किए गए वायदों की जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि मई-जून में इंजीनियरिंग, मेडिकल कॉलेज खुलेंगे और तब छात्रों से कैपिटेशन फीस ली जाएगी। या इस पर कुछ कहेंगे। क्या पीएम उन माता-पिता को ये भरोसा दिलाएंगे कि बच्चों के एडमिशन के लिए कैपिटेशन फीस नहीं ली जाएगी। उन्होंने कहा कि आरबीआई से यह जानना चाहता हूं कि उसने अपने निदेशकों को नोटिस कब दिया। उन सभी को कितना समय दिया गया। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है कि विमुद्रीकरण को लेकर कोई कैबिनेट मीटिंग हुई हो। उन्होंने कहा कि मंत्रियों को तब तक बंधक बनाकर रखा गया जब तक पीएम मोदी ने विमुद्रीकरण के फैसले की घोषणा टीवी पर नहीं कर दी।
Source: hindi.oneindia.com