पर्यटन से प्रदेशवासियों को रोजगार उपलब्ध हो
देहरादून,। प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु व्यापक स्तर पर कार्ययोजना बनाई जाएगी। उत्तराखण्ड में पर्यटन की असीम संभावनाये है, पर्यटन को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए इसका व्यापक प्रचार-प्रसार जरूरी है ताकि पर्यटन से प्रदेशवासियों को रोजगार उपलब्ध हो सके। इस हेतु राज्य सरकार द्वारा यस बैंक के सहयोग से उत्तराखण्ड टूरिज्म पालिसी-२०१६ का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। इस सम्बंध में पर्यटन मंत्री दिनेश धनै की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया।
पर्यटन मंत्री श्री धनै ने कहा कि इस वर्ष चार धाम यात्रा सहित अन्य धार्मिक यात्राओं, अर्द्ध कुम्भ-२०१६ के सफल आयोजन की प्रमाणकिता यात्रियों की संख्या को देखते ही सिद्ध हो जाती है। पर्यटन एवं साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए रीवर राफ्टिंग को कर मुक्त कर दिया गया है। प्रदेश में वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत हजारो लोग लाभान्वित हुए है। ग्रामीण पर्यटन को बढावा देने के लिये परम्परागत काष्टकला एवं शिल्प कला से बने एक हजार भवनों को होमस्टे योजना के अन्तर्गत अनुबंधित किया जा रहा है। उन्होने बैठक में आए पर्यटन व्यवसायियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा पर्यटन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आप सभी से भी अनुरोध है कि अपने स्तर से सौशल मीडिया एवं अन्य तरीको से पर्यटन का व्यापक प्रचार-प्रसार करे। इसमें सभी के सुझाव अति उपयोगी है। उत्तराखण्ड टूरिज्म पालिसी-२०१६् हेतु बनाये जा रहे ड्राफ्ट में आप सभी के उचित सुझावों को सम्मिलित किया जाएगा। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सचिव पर्यटन शैलेश बगौली ने कहा कि उत्तराखण्ड टूरिज्म पालिसी-२०१६ का ड्राफ्ट यस बैंक के सहयोग से बनाया जा रहा है। जिस हेतु सभी से सुझाव एवं परामर्श मांगे गए है। बैठक में आईजी अमित सिन्हा, निदेशक आयूष ए०के०त्रिपाठी, संयुक्त निदेशक सूचना राजेश कुमार, सचिव उत्तरांचल क्याकिंग/राफ्टिंग एशोसियेशन मनोज रावत सहित पर्यटन से जुड़े विभिन्न व्यवसायी उपस्थित थे।