नेगी ने कहा राजनेताओं ने की प्रदेश में भ्रष्टाचार की खुली लूट
देहरादून। जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि कुछ दिन पूर्व हुए उत्तराखण्ड के मुख्यमन्त्री के स्टिंग आॅपरेशन में संलिप्त लोगों के कारनामों का पर्दाफाश करने का मोर्चा ने बिगुल बजा दिया है। इस कड़ी में प्रख्यात स्टिंगबाज उमेश शर्मा ने एक चैनल की आड में ब्लैकमैलिंग का धंधा करने के उद्देश्य से स्टिंग किया तथा इस साजिश में अपने सहयोगी व तत्कालीन मन्त्री डाॅ. हरक सिंह रावत को साथ लेकर प्रदेश को अस्थिर करने की कोशिश की जिससे प्रदेश काफी पिछड़ गया तथा उत्तराखण्ड को अपने निजी स्वार्थों के चलते उन्होंने गर्त में ध केलने का काम किया।
यहां ओल्ड सर्वे रोड स्थित एक होटल में नेगी ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए हैरानी जतायी कि पूर्व में एक दर्जन से अधिक ब्लैकमेलिंग, फर्जीवाड़े व अन्य संगीन अपराधों में लिप्त व्यक्ति आज प्रदेश के रहनुमा बनने की दुहाई दे रहे हैं, जबकि इनके खिलाफ पूर्व में उच्च न्यायालय में फर्जी शपथ-पत्र देने के मामले में सजा दे चुका है तथा इससे पूर्व एसएसपी देहरादून द्वारा इनको 2,500 रूपये का इनामी व भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। स्टिंग की इस कड़ी में तत्कालीन मन्त्री डाॅ. हरक सिंह रावत भी अपने निजी स्वार्थों की वजह से प्रदेश को गर्त में धकेलने के उद्देश्य से इस साजिश में शामिल हुए, जिनका इतिहास किसी से छिपा नहीं है तथा जिन्होंने फर्जी तौर पर जमीन हथियाने व अन्य कई घिनौने काम किये हैं, जिनकी जाँचें चल रही हैं।
उनका कहना है कि एक अन्य स्टिंग में विध ायक मदन सिंह बिष्ट भी सक्रिय हैं, जिनके उद्देश्य व इतिहास के खंगाले जाने की जरूरत है।