ज्वाला ने मीडिया से किया संवाद , किये अनुभव साझा
संदीप शर्मा ब्यूरों प्रमुख।
देहरादून, । इकोले ग्लोबल इंटरनेशनल गर्ल्स स्कूल देहरादून ने रविवार को अपने 6वें संस्थापक दिवस का जश्न मनाया। इस अवसर पर छात्रों द्वारा विभिन्न प्र्रतिभाआें का प्रदर्शन किया गया। मौके पर सुश्री ज्वाला गुट्टा और लक्ष्मी अग्रवाल मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थीं। कार्यक्रम के दौरान मेहमान और मेजबान दोनों ने ही अपने अपने अनुभव बांटे। अंतरराष्ट्रीय ख्याति के लिए अपने रास्ते को याद करते हुए, अपने अनुभव छात्राओं से साझा करते हुए ज्वाला गुटटा ने बताया उनके लिए यह बहुत बड़ा सम्मान है कि उनको यह मौका मिला कि वे भारत का प्रतिनिधित्व अंतर्राष्टरीय स्तर पर कर सकें। 10 साल की उम्र से ही उन्होंने एस.एम. आरिफ से ट्रेनिंग लेना शुरू कर दिया था। एस.एम. आरिफ भारत के जाने माने खेल प्रशिक्षक हैं जिन्हें द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित किया गया है। पहली बार 13 साल की उम्र में उन्होंने मिनी नेशनल बैडमिंटन चौंपियनशिप जीती थी। साल 2000 में उन्होंने 17 साल की उम्र में जूनियर नेशनल बैडमिंटन चौंपियनशिप जीती। इसी साल उन्होंने श्रुति कुरियन के साथ डबल्स में जोड़ी बनाते हुए महिलाओं के डबल्स जूनियर नेशनल बैडमिंटन चौंपियनशिप और सीनियर नेशनल बैडमिंटन चौंपियनशिप में जीत हासिल की। श्रुति कुरियन के साथ उनकी जोड़ी काफी लंबे समय तक चली। 2002 से 2008 तक लगातार सात बार उन्होंन महिलाओं के नेशनल युगल प्रतियोगिता में जीत हासिल की। महिला डबल्स के साथ-साथ उन्होंन मिश्रित डबल्स में भी सफलता हासिल की और भारत की डबल्स में सबसे बेहतरीन खिलाड़ी बनीं। कॉमनवेल्थ गेम्स में भी उन्होंन अपने पार्टनर अश्विनी पोनप्पा के साथ भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद से एक बार फिर ज्वाला गुट्टा भारतीय बैडमिंटन में चर्चा का विषय बन गई हैं। ग्लासगो में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स, 2014 में उन्होंनस्वर्ण पद क हासिल किया। मौके पर ज्वाला गुट्टा ने छात्राओं से कहा कि वे कभी भी किसी प्रकार के अन्याय या असमान व्यवहार को चुपचार स्वीकार न करें। विशिष्ट अतिथि लक्ष्मी अग्रवाल, जो एसिड हमले में बचे लोगों की ‘आवाज‘ के रूप में अपनी भूमिका के लिए जानी जाती है, ने भी कई सार्वभौमिक मुद्दों की बात की जो महिलाओं के जीवन पर प्रभाव डालती हैं। इकोले ग्लोबल इंटरनेशनल गर्ल्स स्कूल के अध्यक्ष अमरजीत सिंह जुनेजा ने 6 वर्षों के अपेक्षाकृत संक्षिप्त अवधि में स्कूल द्वारा पार कर गए कई मील के पत्थर की बात की। उन्होंने शैक्षिक विस्तार, बुनियादी ढांचे और विकास के मामले में भविष्य के लिए निदेशक मंडल की योजनाओं को साझा किया। कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि छात्रों के लिए और अधिक विषय विकल्प शामिल करने के लिए सीआईई कार्यक्रम को बढ़ाने में सक्षम हो। पिछले वर्ष की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए इकोले की प्रधानाचार्या नंदिता साहू ने कहा कि पिछली उपलब्धियों को याद करना जितना महत्वपूर्ण था, उतना ही भविष्य की चुनौतियों के लिए गियर करना भी महत्वपूर्ण है। सुश्री ज्वाला गुट्टा और सुश्री लक्ष्मी अग्रवाल को सच्ची महिलाओं के रूप में बताते हुए, उन्होंने आशा व्यक्त की कि वे इकोले की लड़कियों को अपने जीवन को गर्व और आत्मविश्वास के साथ जीने के लिए प्रेरणा देंगी कि हमेशा किसी भी रूप में अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार रहें। वार्षिक शैक्षिक और सह-शैक्षिक पुरस्कारों के विजेताओं को उत्सुकता पुरस्कार वितरण समारोह में सम्मानित किया गया। शाम के सांस्कृतिक क्षेत्र के मुख्य आकर्षण इकोले थिएटर ग्रुप द्वारा प्रस्तुत संगीत व्यंग्य, फ्रोजन, और इकोले ऑर्केस्ट्रा द्वारा बजाए गए सिम्फनी थे। वर्तमान में गणमान्य व्यक्तियों में इकोले ग्लोबैले बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के सदस्य मदनजीत सिंह, तरूणज्योत सिंह आदि उपस्थित रहे।