जानिए कौन हैं उत्तराखंड विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर, सोमवार को लेंगे शपथ
उत्तराखंड की नवगठित विधानसभा के लिए प्रोटेम स्पीकर चुन लिए गए हैं। वे सोमवार दोपहर को राजभवन में राज्यपॉल डॉ के के पॉल की उपस्थिति में प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ लेंगे। नवगठित विधानसभा को आज हरबंस कपूर के तौर पर प्रोटेम स्पीकर मिलने जा रहा है। नवनिर्वाचित विधायकों को 21 मार्च को शपथ दिलाना प्रस्तावित किया गया है। इन स्थितियों के बीच, पूर्व स्पीकर हरबंस कपूर दूसरी बार प्रोटेम स्पीकर के रूप में नजर आएंगे।
इससे पहले, 2002 में भी उन्होंने प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी निभाई थी। कपूर उन स्थितियों में प्रोटेम स्पीकर बन रहे हैं, जबकि यह साफ नहीं हो पाया है कि प्रचंड बहुमत से आई बीजेपी सरकार में उनकी क्या भूमिका होगी। क्या वह मंत्री बनेंगे या फिर उन्हें दोबारा स्पीकर बनाया जाएगा, ये कुछ सवाल हैं, जिनके जवाब अभी नहीं मिल पाए हैं।
वैसे, यह उत्तराखंड का इतिहास रहा है, कि जो भी प्रोटेम स्पीकर बना, वह स्पीकर नहीं बना। हालांकि प्रोटेम स्पीकर के स्पीकर बनने में कोई विधायी अड़चन नहीं वर्ष 2000 में अंतरिम सरकार के गठन के दौरान काजी मोईदुदभनीन को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था। बाद में प्रकाश पंत स्पीकर चुने गए थे। इसी तरह, 2002 में हरबंस कपूर प्रोटेम स्पीकर बने थे। बाद में यशपाल आर्य को स्पीकर बनाया गया था। 2007 में बीजेपी सरकार बनने के बाद मातबर सिंह कंडारी को प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी दी गई।
इसी पार्टी के हरबंस कपूर फिर स्पीकर बने। ठीक ऐसी ही स्थिति 2012 में दिखाई दी, जबकि कांग्रेस के एक ही एक नेता को प्रोटेम बनाया गया और दूसरे को स्पीकर। डा शैलेंद्र मोहन सिंघल ने नवनिर्वाचित विधायकों को प्रोटेम स्पीकर बतौर शपथ दिलाई थी, जबकि बाद में गोविंद सिंह कुंजवाल स्पीकर बनाए गए थे। पूर्व कैबिनेट मंत्री और स्पीकर हरबंस कपूर का कहना है कि उन्हें बीजेपी नेतृत्व जो भी भूमिका देगा, उसे वह स्वीकार करेंगे।
कपूर के अनुसार, वह आज अपराहन साढे़ तीन बजे राजभवन में प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ लेंगे। इस बार बीजेपी सरकार में कपूर को कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है। हालांकि मंत्रिमंडल में दो सीटें अभी खाली हैं। इसके अलावा, स्पीकर पद पर भी किसी वरिष्ठ नेता की ताजपोशी होनी है। मंत्रिमंडल में पंजाबी समुदाय का फिलहाल कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। कपूर का इस्तेमाल किस तरह किया जाना है, इसे बीजेपी नेतृत्व ने अभी साफ नहीं किया है।