चमोली में बादल फटने से मकान ध्वस्त, यमुनोत्री हाईवे बंद
देहरादून : उत्तराखंड में बारिश का सिलसिला बरकरार है। चमोली जनपद के गैरसैंण में बादल फटने से एक मकान ध्वस्त हो गया। विभिन्न स्थानों पर मलबा आने से दिल्ली यमुनोत्री नेशनल हाईवे बंद हो गया। वहीं, केदारनाथ, बदरीनाथ, युमुोत्री व हेमकुंड यात्रा सुचारु है।
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि राज्य में अगले 24 घंटों में भी अधिकांश स्थानों पर बारिश की संभावना है। कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। खासकर चारधाम यात्रा मार्गों पर खास सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। उन्होंने बताया कि गुरुवार अथवा शुक्रवार को राज्य में मानसून के दस्तक देने की संभावना है।
बारिश का असर चारधाम यात्रा पर भी असर पड़ा है। मार्गों के बार-बार बंद होने और खुलने से यात्रियों को दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। देहरादून के जनजातीय जौनसार बावर क्षेत्र में 21 संपर्क मार्ग बाधित होने के कारण 100 से ज्यादा गांवों का शेष हिस्सों से सड़क संपर्क कट गया है।
चमोली जनपद में आधी रात के बाद नगर पंचायत गैरसैण के सैंजी वार्ड में बादल फटने प्रेम सिंह का मकान व दो गोशाला ध्वस्त हो गई। इस दौरान परिवार के सदस्यों ने घर से भागकर जान बचाई। बारिश से खेतों में मलबा पट गया। इसके फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। तहसील के अधिकारियों ने सुबह 6:30 पर मौके पर जाकर नुकसान का जायजा लिया।
उत्तरकाशी में बारिश के दौरान गिरे पेड़ की चपेट में आकर जिलाधिकारी आवास की चहारदीवारी ढह गई। बारिश से यमुनोत्री हाईवे असनौल गाड व हनुमान चट्टी के पास बंद हो गया। यही नहीं, यमुना घाटी के सुमनंक्यारी-खरसोंनक्यारी के बीच खनंयूड तोक पर मलबा आने से यमुनोत्री हाईवे करीब आठ घंटे बंद रहा।
देहरादून, हरिद्वार, रुड़की समेत अन्य क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश के चलते जलभराव ने मुसीबतें बढ़ाए रखीं। वहीं, कुमाऊं मंडल में पिथौरागढ़, चंपावत व बागेश्वर जिलों में थल-मुनस्यारी, पूर्णागिरि मुख्य मार्गों के साथ ही छह संपर्क मार्ग बंद हैं।
रात भर बारिश के बाद पर्वतीय जनपदों के कुछ स्थानों पर सुबह मौसम कुछ साफ रहा। वहीं कुमाऊं मंडल के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में सुबह भी जमकर बारिश हुई। चमोली व रुद्रप्रयाग में सुबह मौसम साफ होने से केदारनाथ, बदरीनाथ हेमकुंड यात्रा सुचारु है।
पौड़ी में रात्रि को हुई बारिश के चलते शहर के कलक्ट्रेट से कांडई गांव को जाने वाले संपर्क मार्ग पर मलवा आने से आवाजाही बंद हो गई है। कोटद्वार, रुड़की, देहरादून, हरिद्वार आदि स्थानों पर सुबह से रुक-रुक कर बारिश होती रही।
कुमाऊं में बाजपुर, काशीपुर, नैनीताल, हल्द्वानी, रानीखेत, अल्मोड़ा आदि स्थानों पर सुबह से ही रिमझिम बारिश का दौर चल रहा है।
मलबे से बंद हुआ नीलकंठ मार्ग
तीर्थनगरी ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र में देर रात से जारी बारिश के कारण नीलकंठ मार्ग मलवा आने से अवरुद्ध हो गया है। क्षेत्र में बीती रात से जारी बारिश के चलते लक्ष्मण झूला से सात किलोमीटर आगे खैरखाल में मलवा आने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है। नीलकंठ ही नहीं, बल्कि इस रूट से गैंडखाल और कांडी जाने वाली वाहन सेवा भी बाधित हुई हैं।
जहां मलवा है वहां पहाड़ी क्षेत्र से गधेरा वह कर आता है। इस काजवे पर स्थानीय लोग पुलिया निर्माण की मांग कर रहे थे। मगर विभाग यहां पाइप डालकर व्यवस्था कर रहा है। पहली ही बारिश में यह रास्ता इस स्थान पर अवरुद्ध हो गया है। दोनों ओर वाहनों की लाइन लग गई है।
बारिश से कपकोट ब्लाक की तीन सड़के बंद
बागेश्वर जिले में लगातार हो रही बारिश से आम जनजीवन प्रभावित है। बारिश से कपकोट ब्लाक को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली तीन सड़के बंद है। मार्ग बंद होने से यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सामा-नाकुड़ी सड़क मलबा आने से बंद हो गई थी। तीन चार घंटे की मशक्कत के बाद जेसीबी ने मार्ग गाड़ियों के आवागमन के लिए सुचारु कर दिया। वहीं कपकोट-कर्मी मोटर मार्ग पर लगातार मलबा आ रहा है। वहां पर जेसीबी लगाई गई है। मार्ग खोलते ही मलबा आ रहा है। इससे मार्ग फिर बंद हो रहा है। वहीं रिखाड़ी-बाछम मार्ग किमी 18 पर बंद है। मार्ग खोलने का काम किया जा रहा है।