गुरुजी बने ठेकेदार, किराए के शिक्षक चला रहे थे स्कूल
रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: अगस्त्यमुनि ब्लाक के जूनियर हाईस्कूल बाडव में किराये के शिक्षकों से विद्यालय संचालन का मामला प्रकाश में आया है। डीएम रंजना ने इसे गंभीरता से लेते हुए सीईओ को जांच कर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी को जांच कर दोनों शिक्षकों के निलंबन की कार्रवाई करने के लिए कहा है। हालांकि सूत्रों के अनुसार इस बीच इस मामले को दबाने का प्रयास भी शिक्षा विभाग की ओर से शुरू हो गया है।
सरकार के प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठते रहे हैं। मंगलवार को जूनियर हाईस्कूल में तैनात शिक्षकों के विद्यालय में न होने तथा उनके स्थान पर किराये के शिक्षकों के होने का मामला शिक्षा विभाग के पास आया। डीएम रंजना को भी इसकी शिकायत मिली।
उन्होंने दूरभाष पर मुख्य शिक्षा अधिकारी सुभाष भट्ट को कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए। इस पर सीईओ ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को देर शाम तक जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है, साथ ही दोषी पाए जाने पर निलंबन की कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं।
वर्तमान में जूनियर हाईस्कूल बाडव में 70 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। कक्षा छह में 32, कक्षा 7 में 14 व आठ में 24 छात्र छात्राएं पढ़ रही हैं। विद्यालय में प्रधानाचार्य व एक अन्य शिक्षक तैनात हैं। सीईओ ने बताया कि दोनों शिक्षक स्कूल में नहीं थे। शिक्षण व्यवस्था दो स्थानीय युवा संभाल रहे थे।
उन्होंने बताया कि स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के तहत दो शिक्षक तैनात हैं, लेकिन इसकी जानकारी शिक्षा विभाग को नहीं है। विद्यालय निर्माण समिति के सदस्य रमेश ङ्क्षसह नेगी ने कहा कि विद्यालय के शिक्षक अधिकांश समय गायब रहते हैं जिससे छात्रों की पढ़ाई राम भरोसे है।
जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष भट्ट ने कहा कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं, साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निलंबन की कार्रवाई के लिए भी कहा गया है।
डीएम रंजना ने बताया कि शिक्षा में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, यदि स्कूल में ऐसे हालत दिखने को मिले और नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ की बात सच साबित होती है तो निश्चित तौर पर ऐसे शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।