कोस्टलाइन बन सकती है देश की तरक्की का इंजन : मोदी
मुंबई। पीएम मोदी ने पहले मैरिटाइम इंडिया समिट 2016 का उद्घाटन कर सम्मेलन की शुरुआत की। उद्घाटन से पहले पीएम मोदी ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती पर उनकी प्रतिमा पर हार चढ़ाकर नमन किया। मोदी बोले की उन्हें खुशी है कि आज जल परियोजनाओं के मामले में बाबा साहब अंबेडकर की सोच का पालन किया जा रहा है।
समिट के दौरान पीएम मोदी ने भारत की तटीय सीमाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत की तटीय सीमाएं कई देशों से लगती हैं। यही तटीय सीमाएं भारत के विकास का इंजन बनेंगी। उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी ने निवेशकों से कहा कि यह भारत के समुद्री क्षेत्र में निवेश करने का सही समय है। अगर आप भारत में निवेश करना चाहते हैं तो मैरिटाइम सेक्टर में करिए। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार एक लाख करोड़ का निवेश जुटाना चाहती है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय बंदरगाहों की क्षमता को 140 करोड़ टन से बढ़ाकर 2025 तक 300 करोड़ टन तक पहुंचाने का लक्ष्य है। निवेशकों से बंदरगाहों के विकास में साथ देने की अपील के साथ ही पीएम ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि पहले से सुधरी है। आई. एम. एफ और वर्ल्ड बैंक ने भी हाल ही में भारत में अच्छे दिन आने के संकेत दिए थे।
उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी ने कहा कि देश के मैरिटाइम सेक्टर परिवहन का सबसे बड़ा स्रोत बन सकता है। साथ ही यह इको-फ्रेंडली भी है। हालांकि पीएम ने यह भी कहा कि हमे यह ध्यान रखने की जरूरत है कि हमारी जीवनशैली, ट्रांसपोर्ट सिस्टम और व्यापार के तरीकों से समुद्रों, महासागरों की सेहत पर बुरा असर न पड़े। पीएम बोले कि यह पहली बार है जब भारत इतने बड़े पैमाने पर किसी वैश्विक समिट का आयोजन कर रहा है।