कांग्रेस कार्यालय में जयंति पर याद की गईं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी
देहरादून, । भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री लौह महिला इंदिरा गांधी की जयन्ती के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हंे भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए याद किया गया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि स्व. इन्दिरा जी ने प्रधानमंत्री रहते हुए विश्व में भारत को एक अलग ही पहचान दी। उन्होंने कहा कि 1971 के भारत पाक युद्व में उनकी कुटनीतिक सोच के कारण पाकिस्तान को मुह की खानी पड़ी और जनरल शैम मानेक शाह ने पाकिस्तान की फौज को आत्मसमर्पण को मजबूर कर दिया था। जिसके फलस्वरूप इंदिरा जी ने पाकिस्तानी राष्ट्रपति से शिमला समझौते पर हस्ताक्षर करवाकर इस समझौते के तहत कश्मीर विवाद को सुलझाने का काम किया तथा विश्व के भूगोल को परिवर्तित करते हुए बंग्लादेश के नाम से नये राष्ट्र को जन्म दिया। महरा ने कहा कि उनके द्वारा दिये भाषण आज भी लोगों के दिलों का छूने का काम कर रहे हैं। स्व. इन्दिरा जी कहा था कि ’’ मैं आज यहां हॅू, कल शायद यहां ना रहूं। मुझे चिन्ता नही मैं रहूं या न रहूं। मेरा लंबा जीवन रहा है और मुझे इस बात का गर्व है कि मैंने अपना पूरा जीवन अपने लोगों की सेवा में बिताया है। मैं अपनी आंखिरी संास तक ऐसा करती रहूंगी और जब मैं मरूंगी तो मेरे खून का एक-एक कतरा भारत को मजबूत करने में लगेगा। उन्होंने कहा कि इंदिरा जी के इस भाषण से लोग आवाक रह गये थे। उन्होंने कहा स्व0 इंदिरा जी भारत की उन कद्दावर चुनिंदा नेताओं में शुमार की जाती हैं जिन्होंने कडे फैसले लेने से कभी परहेज नहीं किया, उन्होंने कहा कि इंदिरा जी घुटने टेकने वालों में नहीं थी।