कई गांवों में बाघ और तेंदुए का आतंक
हल्द्वानी,। रामनगर जिम कार्बेट पार्क के इर्दगिर्द के गांवों और भीमताल ब्लॉक के गांवों के ग्रामीण इन दिनों बाघ और तेंदुए के आतंक से पीड़ित हैं। इन क्षेत्रों के गांवों में बाघ और तेंदुए ने पिछले कुछ दिनों में कई महिलाओं, बच्चों और मवेशियों को अपना शिकार बना लिया है। रामनगर क्षेत्र में विशेषकर पटरानी, सांवल्दे, हिम्मतपुर, मालधनचैड़, कानिया आदि गांवों के लोग बाघ के आतंक के साए में जी रहे हैं।दो महिलाएं बाघ का शिकार बन चुकीं हैं और अंकित नामक एक नौजवान गंभीर रूप से घायल है। गरीब परिवार के इस युवक के इलाज पर अब तक लगभग दस लाख रुपए खर्च हो चुके हैं, सरकारी मदद सिर्फ पचास हजार रुपए की मिली है।इसी तरह भीमताल के ग्रामीण इलाकों में लगातार लोग जंगली जानवरों के डर के साए में जीने को मजबूर हैं। बाघों के आतंक से निजात दिलाए जाने, मृतकों को पच्चीस लाख रुपए और घायलों को न्यूनतम दस लाख रुपए देते हुए पूरा इलाज सरकार द्वारा कराए जाने को लेकर रामनगर और भीमताल के ग्रामीण लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं जिसमें सैंकड़ों की संख्या में स्थानीय लोगों की भागीदारी हो रही है। भाकपा माले के जिला सचिव डा. कैलाश पांडे ने कहा कि भाकपा-माले आंदोलनकारी ग्रामीणों के प्रति एकजुटता जाहिर करते हुए सरकार से मृतकों को पच्चीस लाख रुपए और घायलों को न्यूनतम दस लाख रुपए देते हुए पूरा इलाज सरकार द्वारा कराए जाने समेत उनकी सभी मांगों को तत्काल पूरा किए जाने की मांग करती है।