उत्तराखंड में पक्षियों की सत्रह नयी प्रजातियां सामने आईं
उत्तराखंड में पक्षियों की 17 नयी प्रजातियां मिली हैं। इनमें से पांच पक्षी प्रजातियां ऐसी हैं, जो अब तक अमूमन यूरोप, चीन और दक्षिण पूर्व एशिया में ही नजर आती थीं। इसके अलावा 31 अन्य पक्षी प्रजातियां भी राज्य में देखी गई हैं, लेकिन उपस्थिति के ठोस सबूत नहीं मिलने के कारण इन्हें फिलहाल संदिग्ध सूची में रखा गया है। प्रदेश में पक्षियों की प्रजातियों में बढ़ोतरी को विशेषज्ञ जैव विविधता के लिहाज से शुभ संकेत मान रहे हैं।
नैनीताल जिले में स्थित नंधौर वन्यजीव अभ्यारण्य में शुक्रवार से तीन दिवसीय स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल शुरू हो गया है। फेस्टिवल के पहले दिन प्रदेश में पाई जाने वाली पक्षियों की प्रजातियों का आंकड़ा जारी किया गया। जानकारी के अनुसार वर्ष 2014 तक उत्तराखंड में 693 प्रजाति के पक्षी थे, जो अब बढ़कर 710 हो गए हैं। नये पक्षियों का आंकड़ा राज्य में खींचे गए पक्षियों के फोटो और वासस्थलों के सबूतों के आधार पर तैयार किया गया है।
05 ऐसी प्रजाति के पक्षी दिखे, जो अमूमन यूरोप, चीन में ही नजर आते हैं
06 सौ 93 थी अब तक प्रदेश में प्रजातियां, अब यह संख्या 710 हो गई हैं
31 अन्य प्रजातियों के पक्षी भी नजर आए हैं, लेकिन ये अभी संदिग्ध सूची में
पक्षियों की यह हैं नयी प्रजातियां
यूरोप और चीन में मिलने वाला लिटिल आउल हिमालय की तलहटी में नजर आया है। इसके अलावा ब्लैक कैप्र्ड किंगफिशर, बैरेड कुकु डव, ग्रेटर शार्टटोड लस्क, ग्रीन लीफ ब्रैबलर, पिगमी रेन बेबलर, फॉरेस्ट वबटेल, मंडारिन डक आदि प्रजातियां प्रमुख हैं।
पक्षियों की नयी सूची को ऑनलाइन जारी कर दिया गया है। इसमें 17 नयी प्रजातियां जुड़ी हैं, जो उत्साहित करती हैं। 31 अन्य प्रजातियां देखने की बात सामने आई है, लेकिन ठोस सबूत नहीं मिल सके। इसलिए इन्हें संदिग्ध सूची में रखा गया है।
धनंजय मोहन, अपर मुख्य वन सरंक्षक (वन्यजीव)