उत्तरकाशी जिले में बादल फटने से कई हेक्टेयर कृषि भूमि तबाह
देहरादून/उत्तरकाशी, । उत्तरकाशी जिले में बादल फटने से कई हेक्टेयर कृषि भूमि तबाह हो गई। वहीं, हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान के करीब है। बारिश से देहरादून के विकासनगर क्षेत्र में दो और कुमाऊं के अल्मोड़ा में एक मकान ध्वस्त हो गया। अल्मोड़ा में मकान के मलबे में दबकर दो मवेशियों की भी मौत हो गई। राज्य मौसम केंद्र के अनुसार अगले 24 घंटे में हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं। मूसलाधार बारिश से उत्तरकाशी जिले के नौगांव, मुराड़ी और देवलसारी इलाके में बरसाती नदियों के उफान से ग्रामीणों में दहशत है। जिले में बर्नीगाड के पास बादल फटने से कृषि भूमि तबाह होने के साथ ही गांव को जोडऩे वाली सड़क का तीन सौ मीटर हिस्सा बह गया है। शुक्रवार सुबह टिहरी जिले के पाली गांव में एक प्राथमिक विद्यालय का पिलर गिरने से आसपास खेल रहे बच्चे बाल-बाल बच गए। हालात के मद्देनजर यहां पढ़ रहे 27 छात्र-छात्राओं को पंचायत भवन में शिफ्ट किया गया है। केदारनाथ पैदल मार्ग बहने से प्रशासन ने यात्रियों को विभिन्न पड़ावों पर ही रोक रखा है। स्टेट डिजाजस्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) और पुलिस के तीस जवानों की मदद से केदारनाथ और लिनचैली में फंसे यात्रियों को सोनप्रयाग लाया गया। शुक्रवार को केदारनाथ और लिनचैली में फंसे 120 में से 104 यात्रियों को सकुशल निकाल लिया गया। प्रशासन के मुताबिक शेष 16 को शनिवार सुबह हेलीकॉप्टर से निकाला जाएगा। मलबा आने से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग गंगोत्री के पास गंगनानी में बंद है।