इस नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री ने कहा, भारत जैसे देश के लिए 6% की ग्रोथ निराशाजनक….
नई दिल्ली: नोबेल से सम्मानित अर्थशास्त्री पॉल क्रुगमैन ने भारत की सुस्त वृद्धि दर के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की नोटबंदी, रिजर्व बैंक की सख्त मौद्रिक नीति तथा रुपये की मजबूती को जिम्मेदार ठहराया है.
उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश के लिए छह प्रतिशत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर निराशाजनक है. प्रसिद्ध अमेरिकी अर्थशास्त्री ने यह भी सवाल उठाया कि अनुकूल जनसांख्यिकीय जिससे भारत दुनिया में सबसे अधिक कामकाजी आबादी वाला देश है, से आर्थिक वृद्धि में किसी तरीके से मदद मिलेगी.
उन्होंने कहा कि आपकी छह प्रतिशत की वृद्धिदर निराशाजनक है. आपको संभवत: 8 ये 9 प्रतिशत पर होना चाहिए था. उन्होंने कहा कि विकसित अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में भारत को परंपरागत वृहद आथर्कि मुद्दे प्रभावित कर रहे हैं.