अब उत्तराखंड के तीन डाकघरों से बन सकेंगे पासपोर्ट
हल्द्वानी, [कमलेश पांडेय]: पासपोर्ट बनवाने वालों की बढ़ती संख्या और उनकी मुश्किलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने कई राहत भरे कदम उठाए हैं। आवेदक अब चयनित पोस्ट ऑफिस के जरिये भी आवेदन कर सकेंगे। विदेश मंत्रालय ने 16 मार्च को उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश समेत चार राज्यों में 19 नए पोस्ट आफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) को मंजूरी दी है। इसमें नैनीताल, हल्द्वानी व अल्मोड़ा हेड पोस्ट ऑफिस शामिल है।
दरअसल पोस्ट ऑफिस के जरिये पासपोर्ट मुहैया कराने की योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में केंद्र सरकार ने 25 जनवरी 2017 को कर्नाटक के मैसूर और गुजरात के दाहोद से शुरू की थी। इससे आवेदकों की मुश्किलें कम हुईं। लोगों को त्वरित पासपोर्ट सेवा का लाभ मिला।
परिणाम सकारात्मक आने पर फरवरी 2017 में देश के आधा दर्जन राज्यों में पांच दर्जन से ज्यादा ‘पीओपीएसके’ फिर स्वीकृत कर दिए गए। इस योजना के तीसरे चरण में विदेश मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में 19 ‘पीओपीएसके’ खोलने का फैसला किया है। इसमें तीन सेंटर उत्तराखंड को मिले हैं तो सर्वाधिक एक दर्जन सेंटर उप्र में खुलेंगे।
मौजूदा समय में देश में 38 पासपोर्ट कार्यालय के अधीन विभिन्न राज्यों में 90 पासपोर्ट सेवा केंद्र कार्यरत हैं, लेकिन दिनोंदिन पासपोर्ट बनवाने वालों की बढ़ती भीड़ के आगे यह संख्या नाकाफी साबित हो रही है। ऐसे में पोस्ट आफिसों को भी इस सेवा से जोड़ा जा रहा है।
यहां स्वीकृत हुआ पीओपीएसके
उत्तराखंड- अल्मोड़ा, नैनीताल और हल्द्वानी
उत्तर प्रदेश – आगरा, इलाहाबाद, अयोध्या, बिजनौर,देवरिया, गौतमबुद्ध नगर(नोएडा), गाजीपुर, झांसी, मथुरा, मेरठ, पीलीभीत, सुल्तानपुर
पंजाब- भटिंडा, गुरुदासपुर और पटियाला
गोवा– साउथ गोवा
स्थल चयन की प्रक्रिया शुरू
डाक मंडल नैनीताल के प्रवर अधीक्षक टीआर आर्य के मुताबिक कुमाऊं के तीन हेड पोस्ट ऑफिस में पीओपीएसके बनाने की मंजूरी मिलने के बाद स्थल चयन की प्रक्रिया शुरू की गई है। विभागीय कर्मचारियों को पासपोर्ट कार्यालय से प्रशिक्षण दिलाने के बाद योजना शुरू की जाएगी।