अबकी बार 60 के लक्ष्य को प्राप्त करना हैः मदन कौशिक
देहरादून, । लोकतंत में जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी सबसे महत्वपूर्ण होती है । जनप्रतिनिधि सरकार और जनता के बीच सेतु का कार्य करता है और जन प्रतिनिधियों को जनता के प्रति पूर्ण निष्ठा पारदर्शिता के साथ कार्य कर अपने कर्तब्यों का निर्वहन करने से आम जनता का भी उनके प्रति विश्वास बढ़ता है। उन्होंने कहा कि यह कार्य हमारे सभी जनप्रतिनिधि बखूबी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनावी दृष्टि से विशेष सतर्क रहने की आवश्यकता है। चुनाव का वातावरण भाजपा के पक्ष में है ऐसे में जन प्रतिनिधियों का विशेष दायित्व है कि वह जनता को सरकार और प्रोत्साहित कर भाजपा नरेंद्र मोदी सरकार व प्रदेश सरकार के कार्यों को आम जनता को बता कर अपने पक्ष में माहौल बनाने में अपना योगदान दें। यह विचार भारतीय जनता पार्टी के चुनाव प्रभारी एवं केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने जनप्रतिनिधियों की बैठक में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि सभी को कार्यकर्ताओं के साथ बूथ स्तर तक जाकर परिश्रम के साथ जुटना है। उत्तराखंड में स्थानीय निकायों का विशेष महत्व है। नगर पालिका, नगर निगम, जिला पंचायत और विकास खंडों में लगातार जनहित में धरातल पर कार्य किए जा रहे हैं। इन कार्यों का लाभ सीधे जनता को मिल रहा है, ऐसे में हम सबको भी सचेत और सचेष्ट रहना है। उन्होंने कहा कि 2022 के चुनाव में हमें सम्पर्क की गति और तेज करनी होगी। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने के लिए जीत महत्वपूर्ण है और जनता के बल पर होगी। चुनाव प्रभारी श्री जोशी ने कहा कि राज्य का सर्वांगीण विकास भारतीय जनता पार्टी का महत्वपूर्ण प्रयास है। उसके अलग-अलग क्षेत्रों में चुने हुए जन प्रतिनिधियों ने सार्थक प्रयास किया है जिसका लाभ जनता को मिला है। जनता हमारे पक्ष में है केवल उसे प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। इस कार्य में चुने हुए जन प्रतिनिधियों की विशेष और महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हमारे जन प्रतिनिधियों ने जो काम किया है उसकी चर्चा उदाहरण के रूप में अन्य राज्यों में होती है। उत्तराखंड देवी-देवताओं का धार्मिक स्थल है जहां कंकर-कंकर में शंकर की परिकल्पना है। पूरे विश्व के लोग यहां इन देवी-देवताओं और अध्यात्म के दर्शन के लिए आते हैं। इसके लिए केन्द्र और राज्य दोनों सरकारों ने डबल ईंजन के रूप में ऐतिहासिक कार्य किया है। संसदीय कार्य मंत्री चारधाम में बनने वाले ऑल वेदर रोड की चर्चा करते हुए कहा कि इन सर्व मौसमी सड़कें दिशा परिवर्तन का काम करेगी। इनका राज्य की संस्कृतिक और आर्थिकी पर विशेष प्रभाव पड़ेगा। प्रह्लाद जोशी ने कहा कि आत्मनिर्भर उत्तराखंड के लिए आप सभी कार्यकर्ताओं के साथ डबल ईंजन की सरकार की पुनर्रावृत्ति जरूरी है।