शानदार वापसी: रिद्धिमान साहा के दोहरे शतक की बदौलत शेष भारत ने जीता ईरानी कप…
मुंबई। इसे कहते है शानदार कमबैक, जी हां चोट के कारण पिछले दिनों टीम इंडिया से बाहर किए गए विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने जिस तरह से ईरानी कप में अपने हूनर का जौहर दिखाया है, उसकी जितनी तारीफ की जाए कम ही है।
साहा और पूजारा के नाबाद शतकों ने किया कमाल
साहा के नाबाद 203 रनों और चेतेश्वर पुजारा के नाबाद 116 की शतकीय पारी की वजह से मौजूदा विजेता टीम शेष भारत ने मंगलवार को गुजरात को हराकर एक बार फिर ईरानी कप कब्जा कर लिया है।
खास बातें
- ईरानी ट्रॉफी की चौथी पारी में दोहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने रिद्धिमान साहा।
- डोमेस्टिक क्रिकेट में यह उनका पहला दोहरा शतक है।
- ईरानी कप में दोहरा शतक लगाने वाले पहले विकेकीपर बल्लेबाज बने साहा।
- 2012 के ईरानी कप फाइनल में इससे पहले उनका सर्वाधिक रन 170 था।
- पुजारा ने भी घरेलू क्रिकेट में अपना 37वां शतक जड़ा ।
- पुजारा-साहा के बीच ईरानी कप में दूसरी (316*) सबसे बड़ी साझेदारी हुई।
- 20 ओवर में अंतिम दिन 113 रनों का लक्ष्य हासिल किया ।
- साहा को इस पारी के लिए मैन ऑफ द मैच का अवार्ड मिला।
साहा की टेस्ट टीम में जगह पक्की
जिस तरह से साहा ने धुंआधार बल्लेबाजी की है, उसने उनकी टीम इंडिया में वापसी के रास्ते खोल दिए हैं। मालूम हो कि साहा ने 272 गेंदों पर 26 चौके और छह छक्के लगाकर आतिशी पारी खेली।
कमाल के पुजारा
इस टीम के जीतने में कप्तान चेतेश्वर पूजारा का भी अभिन्न योगदान रहा है। चेतेश्वर पुजारा के नाबाद 116 रनों की पारी खेली। साहा और पूजारा ने जब बैटिंग की कमान संभाली तब गुजरात 63 रनों के कुल योग पर अपने चार विकेट गंवा दिए थे। अखिल हेरवाडकर (20), अभिनव मुकुंद (19), करुण नायर (7) और मनोज तिवारी (7) पवेलियन लौट चुके थे। लेकिन इसके बाद साहा और पूजारा दोनों में से किसी ने भी कोई गलती नहीं की और टीम को विजेता बनाया।
गुजरात की टीम को छह विकेट से मात दी
आपको बता दें कि शेष भारत की टीम को चौथी पारी में 379 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे टीम ने चार विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया और गुजरात की टीम को छह विकेट से मात दी।
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Source: hindi.oneindia.com