वसूली के खिलाफ व्यापारियों का हंगामा
रुद्रपुर : छोटा हाथी चालक ने तीन सौ रुपये देने से मना किया तो साहब के चालक नाराज हो गए। अंदर जाकर बाबू के कान में फूंका और छोटा हाथी चालक के हाथ में एक हजार का चालान थमा दिया। व्यापारियों को जब इसका पता लगा तो वह परिवहन कर चौकी पहुंच गए। हंगामे बढ़ता देख परिवहन कर अधिकारी ने चालक को वहां से चलता कर दिया। बाद में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
नगर के व्यापारी रोहित खन्ना की दुकान का छोटा हाथी लोहे के कुछ सरिए लेकर प्रीत विहार से दुकान पर लेकर आ रहा था। रास्ते में संयुक्त कर चौकी पर परिवहन कर अधिकारी के चालक ने छोटा हाथी के सामने बेरिकेडिंग लगा उसे रोक लिया। आरोप है कि चालक ने छोटा हाथी के चालक से तीन सौ रुपये देने के लिए कहा तो उसने रुपये देने से मना कर दिया। जिस पर कर अधिकारी के चालक ने अंदर जाकर बाबू के कान में कुछ फूंका तो वह परिवहन कर अधिकारी निर्मला आर्य के पास जाकर चालान भरकर ले गया। जिस पर परिवहन कर अधिकारी आर्य ने वाहन का एक हजार का चालान काट दिया।
इसकी भनक लगने पर व्यापार मंडल जिलाध्यक्ष राजेश बंसल, महानगर अध्यक्ष संजय जुनेजा के साथ व्यापारियों ने मौके पर पहुंच कर हंगामा शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। उन्होंने जब परिवहन कर अधिकारी से वार्ता की तो उन्होंने अपने चालक द्वारा छोटा हाथी रोक तीन सौ रुपये मांगे जाने की जानकारी से इन्कार किया। लेकिन वह इस बात को मान गई कि हंगामा होने पर उन्होंने चालक को वहां से हटवा दिया। व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा ने परिवहन कर चौकी पर खुलेआम वसूली का आरोप लगाते हुए कहा दिनभर वहां पर इसी तरह वसूली की जाती है, अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है। एसआइ विश्वकर्मा मामले की जांच कर रहे हैं।
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:::::: इनसेट ..
वर्दी में नहीं लगी नेम प्लेट
रुद्रपुर: परिवहन कर चौकी पर प्राइवेट आदमी खड़ा होकर वाहन रोक रहा है। वहीं पर परिवहन विभाग काकर्मी राजेंद्र पास ही बैठा ताश खेल रहा था। उसने भी इस घटना की अनदेखी की। जिसके चलते उसकी भूमिका भी संदेह के दायरे में है। उसने ड्रेस के साथ नेम प्लेट भी नहीं लगा रखी थी। जब उससे परिवहन कर अधिकारी के सामने पूछा गया तो उसने ताश खेलने से इंकार किया और नेम प्लेट के बारे में पूछने पर बंगले झांकने लगा।
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====वर्जन
चालक द्वारा पैसे के लेन-देन की जानकारी उनको नहीं है। हंगामा होने पर जरूर उन्होंने विवाद को शांत करने के लिए चालक को वहां से जाने के लिए कह दिया था।
-निर्मला आर्य, परिवहन कर अधिकारी