महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज का झलका दर्द, कहा- इस कारण महिला मैचों में कम पहुंचते हैं दर्शक…
जोहानिसबर्ग: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को दक्षिण अफ्रीकी धरती पर चार देशों का टूर्नामेंट जीतकर इतिहास रच दिया. सेनवास पार्क मैदान पर खेले गए फाइनल मैच में भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका को उसी की धरती पर आठ विकेट से हराकर यह उपलब्धि हासिल की. महिला टीम लगातार अच्छा खेल रही है और उसने फरवरी 2016 से मई 2017 के बीच लगातार 16 वनडे मैच जीत लिए हैं. अब यदि विराट कोहली की कप्तानी वाली पुरुष टीम ने ऐसा किया होता, तो मीडिया में चारों ओर उसका बखान हो रहा होता. इतना ही नहीं उसके मैचों में दर्शक भी उमड़ पड़ते हैं, लेकिन महिला क्रिकेट देखने के लिए बहुत कम दर्शक पहुंचते हैं. लगातार सबसे ज्यादा वनडे मैच जीतने वाली टीमों की सूची में दूसरे स्थान पर पहुंचाने में अहम योगदान देने वाली कप्तान मिताली राज को इस बात का मलाल है कि उनके मैचों को देखने के लिए बहुत कम दर्शक पहुंचते हैं और मीडिया में भी जगह कम मिलती है… उन्होंने इसका कारण भी बताया है.
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने वनडे करियर में 100 मैच पूर कर लिए हैं और ऐसा करने वाली वह विश्व की तीसरी खिलाड़ी बन गई हैं. उनसे पहले इंग्लैंड की चार्लोट एडवर्डस और ऑस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क ने यह उपलब्धि हासिल की थी.
कवरेज की कमी…
मिताली ने एक तरह से महिला क्रिकेट को भी प्रमोट करने की जरूरत बताते हुए कहा है कि इन मैचों को भी पर्याप्त कवरेज मिलना चाहिए और इसी से इसे ख्याति मिलेगी और दर्शक आकर्षित होंगे. उन्होंने टेलीविजन पर सीधे प्रसारण को भी अनिवार्य बताया.
मिताली राज ने अंतरराष्ट्रीय मैचों में दर्शकों की कमी का कारण इनका टेलीविजन पर प्रसारण नहीं होना बताया. मिताली ने भारत की खिताबी जीत के बाद पत्रकारों से बात की. मिताली ने एक टीवी चैनल से कहा, ‘भारत में काफी लोग मैच देखने के लिए आते हैं. खेल को लोगों तक पहुंचाना महत्वपूर्ण है.’
उपलब्धियों की चर्चा नहीं…
वैसे भी भारतीय महिला टीम ने फरवरी 2016 से मई 2017 के बीच लगातार 16 वनडे मैचों में जीत हासिल की है और वह लगातार सबसे ज्यादा वनडे जीतने वाली टीमों की सूची में दूसरे स्थान पर पहुंच गई है. इस सूची में ऑस्ट्रेलिया पहले स्थान पर है. भारतीय टीम की इस उपलब्धि की भी चर्चा नहीं हुई. इसकी जानकारी फैन्स तक पहुंचती ही नहीं है.
मिताली ने कहा, ‘अगर हम सीरीज खेल रहे हैं, विशेषकर द्विपक्षीय सीरीज में प्रसारक का होना जरूरी है क्योंकि हमारे देश में कई लोग परिणाम जानने के लिए उत्सुक होते हैं. वे नेट पर इसे देखते हैं लेकिन यदि प्रसारण होता तो इससे खेल और खिलाड़ियों की स्थिति में बहुत अंतर पैदा होगा.’