प्रिंयका गांधी क्या गूल खिलायेगी यू.पी. की सियासत में
नई दिल्ली।अभी वे आई नहीं हैं और न ही उन्होंने इसकी घोषणा की है. लेकिन सिर्फ यह खबर आते ही कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रचार की कमान संभालेंगी, जहां-तहां पड़े कांग्रेसी अपने कुर्तों को कलफ देने लगे हैं. 5 जुलाई को जब नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार हो रहा था, उसी समय इस खबर ने समाचार चैनलों की आधी स्क्रीन पर कब्जा जमा लिया.!मोदी सरकार के इतने बड़े जलसे के दौरान बुद्धू बक्से का कांग्रेस और बीजेपी में आधा-आधा बंट जाना सूचना प्रसारण की दुनिया में नया तजुर्बा था. इसकी वजह साफ थी कि डेढ़ दशक की हिचक के बाद कांग्रेस ने आखिर तय कर ही लिया है कि उत्तर प्रदेश में फिर से उभरे बिना देश की राजनीति में डंका बजाना नामुमकिन है. और पार्टी अब उस मुकाम पर पहुंच गई है, जब वह किसी और बुरे वक्त के लिए संजीवनी बूटी बचाकर नहीं रख सकती.