पाक को चाहिए कश्मीर में बन रहे हाइड्रो प्लांट्स की डिजाइन की जानकारी
इस्लामाबाद। सोमवार को लाहौर में सिंधु नदी स्थायी आयोग की पहली मीटिंग हुई और इस मीटिंग में भारत और पाक अधिकारियों के बीच कई अहम मुद्दों पर बात हुई। इस मीटिंग के दौरान पाकिस्तान ने भारत से उन हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट्स के बारे में जानकारी मांगी जो कश्मीर में तैयार हो रहे हैं।
दो वर्ष बाद हुई मीटिंग
पाकिस्तान ने भारत से हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट्स की डिजाइन को पाकिस्तान के विशेषज्ञों को मुहैया कराने की मांग की है। पाक का कहना है कि वह इस बात का पता लगा पाएं कि कहीं इस निर्माण की आड़ में भारत सिंधु नदी समझौते का उल्लंघन तो नहीं कर रहा है। आयोग की आखिरी मीटिंग वर्ष 2015 में हुई थी और दो वर्षों बाद इस मीटिंग का मकसद उरी आतंकी हमले के बाद आए तनाव को भी कहीं न कहीं कम करना है। लेकिन पाक की रवैया देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऐसा हो पाना संभव नहीं है। मीटिंग के दौरान भारत और पाक के अधिकारियों ने उन समस्याओं पर भी बात की जो सिंधु नदी से जुड़ी हैं। भारत की ओर से 10 सदस्यों वाले प्रतिनिधिमंडल की नेतृत्व पीके सक्सेना कर रहे हैं। बंद दरवाजे के पीछे हुई मीटिंग का नेतृत्व पाक की ओर से मिर्जा आसिफ सईद कर रहे हैं। मीटिंग के दौरान पाक ने उन चिंताओं पर बात की जो पाक की ओर बहने वाली सिंधु नदी पर बन रहे तीन हाइड्रो प्रोजेक्ट्स से जुड़ी थीं। पाक के एक अधिकारी की ओर से औपचारिक तौर पर भारत से इन तीनों हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट्स की डिजाइन के बारे में जानकारी मांगी गई।
मीटिंग अच्छा कदम
पाक के मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी पहले कहा था कि मीटिंग के दौरान पाकल दुल, लोअर कालानई और मियार हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट्स की डिजाइन की जानकारी पर चर्चा की जाएगी। साथ ही भारत की तरफ से बाढ़ से जुड़े जो आंकड़ें दिए जाएंगे उन पर भी चर्चा होगी। पाक के एक अधिकारी के मुताबिक भारत ने न तो अभी तक डिजाइन के बारे में कोई जानकारी दी है और ऐसा लगता भी नहीं कि वह जानकारी साझा करना चाहता है। वहीं एक और अधिकारी ने कहा कि भारत ने वादा किया था कि वह बाढ़ से जुड़े आंकड़ें हमारे साथ साझा करेगा। पाक का कहना है कि भारत इन प्रोजेक्ट्स के जरिए वर्ष 1960 में हुई सिंधु नदी संधि का उल्लंघन कर रहा है। वहीं पाक के मंत्री ख्वाजा आसिफ का कहना है कि रात्ले मुद्दे पर 12 अप्रैल को वॉशिंगटन में सेक्रेटरी लेवल की वार्ता होगी। ख्वाजा आसिफ पाक के जल संसाधन मंत्री हैं और उन्होंने कहा है कि इस मुद्दे पर भारत पाक का चर्चा करना द्विपक्षीय संबंधों के लिए वाकई अच्छा है।
Source: hindi.oneindia.com