देहरादून स्मार्ट सिटी ने जीता स्कॉच अवार्ड 2024, जल प्रबंधन प्रणाली के लिए दिया गया अवार्ड .

देहरदून, ! स्मार्ट सिटी द्वारा देहरादून में जलापूर्ति प्रणाली को उच्चीकृत करने हेतु स्काडा  वाटर एटीएम एवं वितरण प्रणाली ठीक करने का कार्य किया है, इन्ही कार्यों हेतु देहरादून स्मार्ट सिटी ने आज दिनाँक 13 जुलाई को दिल्ली में अवार्ड प्राप्त किया है। यह अवार्ड भारत को एक बेहतर राष्ट्र बनाने के लिए अतिरिक्त अभिनव प्रयास करने वाले संस्थानों-विभागों व्यक्क्तियों-के विशेष परियोजनाओं, और संस्थानों को दिया जाने वाला देश का विशेष एवं उच्चस्तरीय- सम्मान है. वर्ष 2003 में इस प्रकार के अभिनव पहल को सम्मानित-करने  हेतु की गयी थी। इस पुरस्कार में डिजिटल, वित्तीय, और सामाजिक समावेश के क्षेत्र में बेहतरीन कामों को शामिल किया जाता है. स्कॉच अवॉर्ड पाने वाले लोगों में उद्योग जगत के दिग्गज, विद्वान, टेक्नोक्रेट्स, महिला नेता, और जमीनी स्तर के कार्यकर्ता शामिल हैं।देहरदून स्मार्ट सिटी द्वारा देहरादून में जलापूर्ति प्रणाली को उच्चीकृत करने हेतु स्काडा वाटर एटीएम एवं वितरण प्रणाली ठीक करने का कार्य किया है, इन्ही कार्यों हेतु देहरादून स्मार्ट सिटी ने अवार्ड प्राप्त की है। परियोजना कार्यो केलगभग 12 करोड रुपये बचत माह में होने केसाथ साथ शहर में पानी की आपूर्ति में भी सुधार हुआ है, इसके अतिरिक् 24 वाटरएटी एम से 16 लाख लोग भी लाभान्वि हुये हैं।.इसी कार्यक्रम में देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड की मुख्य कार्यकारी, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका ने कहा कि पेयजल सम्वर्धन परियोजनाओं में  देहरादून स्मार्ट सिटी द्वारा किये गये कार्य  यथा वाटर मीटर, स्कॉडा स्मार्टवाटर मैनेजमेंट वाटर सप्लाई ऑग्व्यूमेटेंशन,आदि परियोजना के ज द्वारा पानी के उत्पादन, वितरण, उपलब्धता आदि को अत्याधुनिक उपकरणों के माध्यम से उच्चीकरण-करपे हेतु नवीन प्रणाली अध्यारोपण का कार्य किया गया है। इस स्पर्धा में राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न परीयोजनाओं की समीक्षा के उपरात  देहरादून स्मार्ट सिटी के द्वारा वाटर मैनेजमेंट कार्यों में पुरस्कार प्रदान किया गया है। इस प्रकार के राष्ट्रीय पुरसकार प्राप्त होने पर ना केवल सभी टीम को प्रोत्साहन प्राप्त होता है बल्कि कार्य को और एक से करने हेतु टीम प्रेरित होती है। स्मार्ट सिटी की ओर से अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी तीर्थ पाल सिंह एवं ए0जी0एम० कृष्ण पल्लव चमोला द्वारा दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में पुरस्कार ग्रहण किया गया। इन परियोजनाओं के माध्यम से शहर में पेयजल व्यवस्था उपलब्धता के साथ-2 अपव्ययता को कुशल रूप से प्रबंधित करने हेतु कार्य किये गये है। प्रदेश में पहली बार जल उत्पादन में ऊर्जा दक्ष .उपकरणों के प्रयोगसे पीपीपी मोड से परियोजनाओं का संचालन किया गया है जिससे ना केवल ऊर्जा बचत हो रही है अपितु सरकार द्वारा ट्यूबवेलों के संचालन एवं अंनुक्षण हेतु होने वाले व्यय में भी बचत हो रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *