जिले में प्राइवेट वाहन चालक मचा रहे लूट
रुद्रप्रयाग। जिले में प्राइवेट वाहन चालक भी जमकर लूट मचा रहे हैं। जिस कारण टैक्सी-मैक्सी चालकों को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि जो सवारियां टैक्सी-मैक्सी चालकों ने ले जानी थी, उन्हें प्राइवेट कारें ले जा रही हैं। जिले में कई प्राइवेट वाहन चालक जगह-जगह से सवारियां ढ़ोने पर लगे हुये हैं, लेकिन परिवहन विभाग की ओर से इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। स्थिति यह है कि जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग चार सौ से अधिक प्राइवेट वाहन सवारियों को ढ़ोने का कार्य कर रहे हैं। जबकि नियमों के अनुसार कोई भी प्राइवेट वाहन सवारियों को नहीं ढ़ो सकता है। प्राइवेट वाहनों के सवारियों ले जाने से टैक्सी-मैक्सी चालकों को भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। सवारियां न मिलने के कारण टैक्सी-मैक्सी चालक दिनभर सड़क में जगह-जगह खड़े रहकर सवारियों को इंतजार करते रहते हैं। सवारियां न मिलने के कारण टैक्सी-मैक्सी चालक समय पर वाहन की किश्त भी जमा नहीं कर पा रहे हैं और उनके सम्मुख रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। टैक्सी-मैक्सी चालकों का आरोप है कि जो प्राइवेट वाहन सवारियां ढ़ोते हैं, उनमें अधिकांश शिक्षक हैं। शिक्षक सुबह-सांय जगह-जगह विद्यालयों में डयूटी पर जाते हैं। इस दौरान शिक्षक सवारियों को भी साथ ले जाते हैं। इतना ही कई सरकारी विभागों में लगे वाहन भी सवारियां ढ़ो रहे हैं। वाहन में अधिकारी के न होने पर सरकारी वाहन चालक सवारियां बैठा रहे हैं। कई टैक्सी-मैक्सी चालकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि प्राइवेट वाहन चालकांे द्वारा उनके हकों को छीना जा रहा है। प्राइवेट वाहन चालक बुकिंग में भी जा रहे हैं, जिससे दिक्कतें और अधिक बढ़ गई हैं। इधर, एआरटीओ पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि मामले में जांच की जायेगी। जगह-जगह वाहनों की चैकिंग की जायेगी और कोई भी प्राइवेट वाहन चालक सवारियां ढ़ोते पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।