जानिए, विश्वास से क्यों झुब्ध हो गए बिग बी, सोशल मीडिया में पहुंची बात
नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास से बुधवार को अमिताभ बच्चन द्वारा दिए गए कानूनी नोटिस के कुछ देर बाद कुमार विश्वास ने उनसे माफी मांंग ली।
दरअसल, यह नोटिस कुमार विश्वास द्वारा अपनी आवाज में हरिवंश राय बच्चन की कविता को अपनी आवाज में यू ट्यूब पर डालने के लिए दी गई थी। इसके बाद कुमार विश्वास ने फेसबुक लाइव (वीडियो) के जरिए कहा कि अमिताभ बच्चन का नोटिस मुझे मिला है। मैं उनसे माफी मांगना चाहता हूं, उस वीडियो को डिलीट कर दिया जाएगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि अमिताभ बच्चन के ऑफिस ने इस वीडियो से हुए कमाई के बारे में भी पूछा है। हमने इस वीडियो से 32 रुपए कमाए हैं जो हम अमिताभ जी के ऑफिस को लौटा देंगे।
उन्होंने कहा कि पुराने हिन्दी कवियों को श्रद्धांजलि की श्रृंखला तर्पण पिछले सप्ताह शुरू की थी। इस श्रृंखला में बाबा नागार्जुन, दिनकर, निराला, बच्चन, महादेवी, दुष्यंत, भवानी प्रसाद मिश्र के साथ अन्य कवियों की कविताएं शामिल है।
गत शनिवार को कुमार ने इस श्रृंखला के चौथे वीडियो के रूप में नीड़ का निर्माण फिर-फिर नाम से हरिवंश राय बच्चन की एक कविता का वीडियो डाला। जब अमिताभ बच्चन के किसी प्रशंसक ने यह वीडियो अमिताभ बच्चन को टैग करते हुए ट्वीट किया तो उन्होंने इसे कॉपीराइट का हनन बताया और लीगल प्रक्रिया की चेतावनी दी।
इसके बाद डॉ कुमार विश्वास की ईमेल आईडी पर एक नोटिस भेजा गया। इसमें बच्चन की तरफ से 24 घंटे के अंदर यह वीडियो डिलीट करने और इस वीडियो से हुई कमाई का हिसाब देने की मांग की गई। ऐसा न करने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।
इसके बाद कुमार विश्वास ने अमिताभ बच्चन को ट्वीट के जरिए जवाब दिया कि अन्य कवियों के परिवारों से मुझे (तर्पण के लिए) प्रशंसा मिली जबकि आपकी तरफ से नोटिस मिला। मैं बाबूजी के ट्रिब्यूट वीडियो को डिलीट कर रहा हूं। इससे 32 रुपये की कमाई हुई है। वो मैं आपको भेज रहा हूं।
इसके अलावा कुमार ने फेसबुक लाइव के माध्यम से अपने श्रोताओं और प्रशंसकों से बातचीत करते हुए कहा कि तर्पण श्रृंखला के लिए मुझे भवानी दादा, बाबा नागार्जुन, दिनकर जी और दुष्यंत जी आदि के परिवारों से प्रशंसा और आशीर्वाद मिला है।
लेकिन यदि अमिताभ बच्चन जी ने इसे कॉपीराइट का हनन बताया है तो मैं उनके आदेश के अनुसार यह वीडियो डिलीट कर रहा हूं। इससे यूट्यूब के माध्यम से मिले 32 रुपए भी मैं उन्हें भेज रहा हूँ। मैंने यह श्रृंखला उन दिवंगत महाकवियों को श्रद्धांजलि देने के लिए शुरू की थी जिन्हें हम बचपन से ही सुनते आए हैं।
लेकिन यदि अमिताभ बच्चन नहीं चाहते कि हरिवंश राय बच्चन जी की कविताएं इसमें शामिल की जाएं तो मैं उनकी बात मानते हुए हरिवंश जी की बाकी कविताएं भी जनता तक नहीं पहुंचाऊंगा।
हालांकि, मैंने हरिवंश जी के दूसरे पुत्र अजिताभ बच्चन से इस संदर्भ में बात की थी और इसी वीडियो पर उन्होंने मुझे बधाई का संदेश भी भेजा था। यह उनका कानूनी अधिकार है, इसलिए मैं यह वीडियो वापस ले रहा हूं।