चैंपियंस ट्रॉफी : …तो इस तरह श्रीलंका के खिलाफ भारत के हाथ से निकलता गया मैच
नई दिल्ली: लंदन के ओवल मैदान पर भारत और श्रीलंका बीच हुए चैंपियंस ट्रॉफी के एकदिवसीय मैच को श्रीलंका ने सात विकेट से जीत लिया. टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने निर्धारित 50 ओवरों में 6 विकेट पर 321 रन बनाये थे. टीम इंडिया की तरफ से सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने 128 गेंदों का सामना करते हुए 15 चौके और एक छक्के की मदद से सबसे ज्यादा 125 रन बनाए जबकि रोहित शर्मा ने 79 गेंदों का सामना करते हुए 78 रन बनाए. महेंद्र सिंह धोनी ने भी 52 गेंदों पर 63 रन बनाए. 322 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 48.4 ओवरों में ही तीन विकेट पर श्रीलंका विजय लक्ष्य पर पहुंच गया. श्रीलंका की तरफ से कुसल मेंडिस ने सबसे ज्यादा 89 रन बनाये जबकि दनुष्का गुनातिलका ने 76 रन बनाए. एंजेलो मैथ्यूज 52 रन पर नाबाद रहे.
ये रही वो बातें जिससे भारत के हाथों से मैच निकल गया…
टॉस हारना भारत को भारी पड़ा
गुरुवार को खेले गए मैच में श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने टॉस जीता और पहले गेंदबाज़ी करने का निर्णय लिया जो श्रीलंका के लिए सही साबित हुआ. अगर भारत के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीता होता तो शायद वो भी पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लेते. 2011 से लेकर 8 जून 2017 के बीच इस मैदान पर कुल मिलाकर खेले गए 17 मैचों में से 11 मैचों में उसी टीम को जीत मिली है जिसने पहले गेंदबाज़ी की है जबकि सिर्फ पांच मैचों में वह टीम विजेता बनी जिसने पहले बल्लेबाजी की है. एक मैच में नतीजा नहीं आया है. इस तरह टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करना भारत के लिए भारी पड़ा.
बीच के ओवरों में तेजी से रन न बनाना भारत के लिए घातक साबित हुआ
भारत के सलामी बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी की. शिखर धवन और रोहित शर्मा के बीच पहले विकेट के लिए 138 रन की साझेदारी हुई. यह उम्मीद की जा रही थी भारत का स्कोर 350 रन के करीब पहुंच जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. पहले 10 ओवर में भारत का स्कोर सिर्फ 48 रन था. 20 ओवर के बाद भारत का स्कोर 107 रन था यानी 10 से लेकर 20 ओवर के बीच टीम इंडिया ने 5.9 के हिसाब से 59 रन बनाए 30 ओवरों के बाद टीम इंडिया का स्कोर दो विकेट पर 169 रन था यानी 20 से लेकर 30 ओवर के बीच भारत ने 6.2 रन रेट के हिसाब से 62 रन बनाए. टीम इंडिया के हाथ में विकेट थे. यह उम्मीद की जा रही थी कि आखिरी 20 ओवर में भारत 150 से भी ज्यादा रन बनाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. 30 से लेकर 40 ओवर के बीच भारत ने 4.9 रन के हिसाब से सिर्फ 49 रन बनाए. इतने कम रन बनने की वजह रही युवराज सिंह का जल्दी आउट हो जाना. 40 ओवर के बाद शिखर धवन 113 गेंदों पर 102 रन बनाकर खेल रहे थे और यह उम्मीद की जा रही की आखिरी दस ओवरों में वो तेजी से रन बनाएंगे लेकिन 45वां ओवर जब चल रहा था तब शिखर धवन आउट हो गए. धवन ने 128 गेंदों पर 125 रन बनाए. शुरुआत में महेंद्र सिंह धोनी ने भी धीमा खेल दिखाया. 40 ओवरों के बाद धोनी ने 25 गेंदों का सामना करते हुए सिर्फ 21 रन बनाये थे.
10 ओवरों के बाद ख़राब गेंदबाज़ी
शुरुआत में भारत के गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की. पहले 10 ओवरों में श्रीलंका ने सिर्फ 44 रन बनाये थे. भुवनेश्वर कुमार ने 5 ओवर में सिर्फ 18 रन दिए थे जबकि उमेश यादव ने 5 ओवरों में 26 रन दिए थे. 20 ओवरों के बाद श्रीलंका का स्कोर 1 विकेट पर 108 रन था. 10 से लेकर 20 ओवर के बीच भारत के गेंदबाज एक भी विकेट नहीं ले पाए. 20 से लेकर 30 ओवरों के बीच श्रीलंका के बल्लेबाजों ने तेजी से रन बनाए. भारत के गेंदबाज श्रीलंका की रन गति रोकने में कामयाब नहीं हो पाए. इन दस ओवरों में श्रीलंका ने 7.6 के हिसाब से 76 रन बनाए. 30 ओवरों के बाद श्रीलंका का स्कोर 2 विकेट पर 184 रन था. 30 से लेकर 48.4 ओवरों के बीच टीम इंडिया के गेंदबाजों ने काफी ख़राब गेंदबाजी की. अंतिम 18.4 ओवरों में श्रीलंका के बल्लेबाजों ने 7.5 रन के हिसाब से 138 रन बनाए. भुवनेश्वर कुमार ने आखिरी पांच ओवर में 36 रन दिए यानी 10 ओवरों में कुल मिलाकर 54 रन दिए. उमेश यादव ने भी अपने आखिरी पांच ओवरों में 41 रन दिए और इस तरह उन्होंने 10 ओवरों में कुल मिलाकर 67 रन दिए. इस मैच में टीम इंडिया के लिए रविचंद्रन अश्विन जैसे स्पिनर का न खेलना घातक साबित हुआ. रवींद्र जडेजा ने 6 ओवर गेंदबाजी करते हुए 52 रन दिए. विराट कोहली और केदार जाधव को भी 3-3 ओवर गेंदबाजी करनी पड़ी लेकिन वो भी विकेट लेने में कामयाब नहीं हुए. आखिर 18.4 ओवरों में श्रीलंका ने सिर्फ एक विकेट गंवाया वह भी रन आउट के रूप में.