उत्तराखंड में माओवादी सक्रियता वाले क्षेत्रों में खुलेंगे थान
देहरादून, [विकास गुसाईं]: प्रदेश में बीते कुछ समय से बढ़ रही माओवादी गतिविधियों को देखते हुए पुलिस अब राजस्व क्षेत्रों में थाने खोलने की कवायद कर रही है। इसके तहत अल्मोड़ा, चंपावत व नैनीताल में पुलिस थाने खोलने की तैयारी है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की ओर से इस संबंध में दिए गए निर्देशों के बाद पुलिस मुख्यालय ने शासन से पत्राचार शुरू कर दिया है।
प्रदेश में समय-समय पर माओवादी संगठनों की उपस्थिति दर्ज होती रही है। हाल ही में विधानसभा चुनाव के दौरान भी माओवादियों ने चुनाव बहिष्कार के नारे लिखे पर्चे कई स्थानों पर चस्पा किए थे। इसी वर्ष एक फरवरी को नैनीताल के धारी ब्लाक में चुनाव बहिष्कार और जनयुद्ध छेड़ने जैसे पर्चे चस्पा किए गए। मामला राजस्व क्षेत्र में होने के कारण पुलिस को कार्रवाई करने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ा था।
वर्ष 2004 में पुलिस ने ऊधमसिंह नगर से पांच माओवादियों को गिरफ्तार करने का दावा किया था। उसी वर्ष पुलिस ने चंपावत के व्याधुरा जंगलों में माओवादियों के प्रशिक्षण शिविर में छापा मारा, लेकिन कोई हाथ नहीं लगा। वर्ष 2007 में पुलिस ने ऊधमसिंह नगर के सौफुटिया में माओवादी कैंप का खुलासा किया था।
यहां भारी मात्रा में माओवादी साहित्य मिला था। इस मामले में भी कुछ गिरफ्तारियां हुईं। यह मामला अभी अदालत में लंबित है। वर्ष 2013 में आई आपदा के बाद भी खुफिया एजेंसियों ने एक रिपोर्ट दी थी, जिसमें कहा गया कि माओवादी आपदाग्रस्त क्षेत्रों में पैठ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यही कारण रहा कि पूववर्ती भाजपा और कांग्रेस सरकारों ने इस मसले को केंद्र के सम्मुख प्रमुखता से उठाया था।
इसी वर्ष विधानसभा चुनावों के दौरान पुलिस ने भले ही दीवारों पर नारे लिखने और पर्चे बांटने की घटना को माओवादियों द्वारा महज ध्यान आकर्षित करने का जरिया करार दिया हो, लेकिन इस मामले की गंभीरता को देखते हुए राजस्व क्षेत्रों में पुलिस गश्त शुरू की गई।
प्रदेश में भाजपा सरकार आने बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी पुलिस अधिकारियों के साथ हुई बैठक में माओवाद के मसले पर चिंता जताई थी। अपर पुलिस महानिदेशक राम सिंह मीणा का कहना है कि सरकार के साथ हुई बैठक में माओवाद पर लगाम लगाने के लिए राजस्व क्षेत्रों में थाने खोलने की बात उठी थी। इसी कड़ी में अब ऐसे राजस्व क्षेत्रों में थाने खोलने की कवायद की जा रही है जहां इनकी सक्रियता पुष्ट हुई है।