लहसुन काम आएगा

कई अवसरों पर व्यक्ति बाहर का खाना खाता है लेकिन अगर बाहर मिलने वाला सही तरह से व स्वच्छता का ध्यान रखकर न पकाया गया हो तो इससे व्यक्ति को फूड पॉइजनिंग होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। फूड पॉइजनिंग होने पर व्यक्ति को मितली, उल्टी, पेट में दर्द, सिर में दर्द आदि का अहसास होता है। फूड पॉइजनिंग होने पर यूं तो दवाई का सेवन करने की सलाह दी जाती है, लेकिन इसके अतिरिक्त कुछ घरेलू उपायों के जरिए भी अपनी स्थिति में सुधार कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में−
अदरक
अदरक का इस्तेमाल सालों से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं दूर करने के लिए किया जाता है। अदरक में कुछ न्यूटिंयट्स पाए जाते हैं, जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाते हैं। इसलिए फूड पॉइजनिंग होने पर इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसके इस्तेमाल के लिए एक कप पानी में अदरक को कद्दूकस करके उबालें। इसके बाद इसे छानकर इसमें शहद मिलाकर सेवन करें। इसके अतिरिक्त अगर आप चाहें तो अदरक का रस निकालकर उसमें शहद मिलाकर सेवन करने से भी लाभ होता है।
तुलसी का प्रयोग
तुलसी में कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं। खासतौर से, इसमें मौजूद रोगाणुरोधी गुण सूक्ष्म जीवों से लड़ने में सहायक होते हैं। इसलिए फूड पॉइजनिंग में इसका सेवन बेहद लाभकारी है। आप चाहें तो तुलसी की पत्तियों को यूं ही धोकर चबाएं या फिर इसकी चाय बनाकर पिएं। इससे आपको काफी आराम मिलेगा।
सेब का सिरका
सेब का सिरका बैड बैक्टीरिया से लड़ता है, जिससे फूड पॉइजनिंग की स्थिति में आराम मिलता है। साथ ही यह गैस्टोइंटेस्टाइनल लाइनिंग को भी शांत करता है, जिससे व्यक्ति को तुरंत राहत मिलती है। इसके इस्तेमाल के लिए एक कप गर्म पानी में दो टेबलस्पून सेब का सिरका मिक्स करें और भोजन से पहले इसका सेवन करें।
 नींबू का रस
छोटे से नींबू में एंटी−इंफलेमेटरी, एंटीवायरल व एंटी−बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं जो आपको काफी हद तक राहत दिलाते हैं। इसके अतिरिक्त नींबू में मौजूद एसिड फूड पॉइजनिंग के बैक्टीरिया को भी मारता है। इसके सेवन के लिए एक चम्मच नींबू के रस में एक चुटकी चीनी मिलाएं और दिन में दो−तीन बार सेवन करें। इसके अतिरिक्त आप चाहें तो गर्म पानी में नींबू का रस डालकर उसका सेवन भी कर सकते हैं।
लहसुन आएगा काम
लहसुन में मौजूद एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल व एंटी−फंगल प्रॉपर्टीज फूड पाइजनिंग से लड़ने में बेहद प्रभावी है। इतना ही नहीं, इसका प्रयोग करने से पेट में दर्द व दस्त की स्थित सिे भी आराम मिलता है। आप चाहें तो लहसुन के रस का सेवन करें या फिर गर्म पानी के साथ लहसुन की कुछ कलियों को चबाएं। अगर आपके लिए कच्चा लहसुन खाना मुश्किल है तो आप लहसुन के तेल व सोयाबीन के तेल को मिलाकर उससे पेट पर मालिश करें।

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