सुरक्षा दीवार से केदारधाम की महिमा को जान सकेंगे तीर्थ यात्री

रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: आगामी यात्रा सीजन के दौरान केदारधाम पहुंचने वाले यात्री केदारनाथ की महिमा से भी रूबरू होंगे। केदारनाथ मंदिर के पीछे बनाई गई त्रिस्तरीय सुरक्षा दीवार पर केदारनाथ का इतिहास समेत अन्य पौराणिक जानकारियां अंकित की जा रही है। इसके अलावा केदारनाथ आपदा में हुए नुकसान और वर्ष 2014 से हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों की जानकारी भी दीवार पर दर्ज होगी।

नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) की ओर से केदारपुरी में वर्ष 2014 से पुनर्निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। निम वहां तीन हेलीपैड, वैली ब्रिज, पैदल रास्ते, हट, मंदिर तक 50 फीट लंबा रास्ता, सुरक्षा दीवार, घाटों आदि का निर्माण पूरा कर चुका है।

तीर्थ पुरोहितों के लिए भवनों के निर्माण का कार्य भी चल रहा है। सबसे महत्वपूर्ण केदारनाथ मंदिर के पीछे बनी 350 मीटर लंबी त्रिस्तरीय सुरक्षा दीवार है। इसमें पहली गेबिन वॉल, दूसरी रॉक नेट वाल और तीसरी आरसी वॉल है। यह त्रिस्तरीय सुरक्षा दीवार आइआइटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) रुड़की के विशेषज्ञों की देखरेख में तैयार गई है।

इस दीवार के ऊपर दो वॉचिंग टॉवर स्थापित किए गए हैं। ताकि केदारनाथ के ऊपर चौराबाड़ी क्षेत्र में होने वाली मौसमी गतिविधियों का अवलोकन किया जा सके।

निम के प्रभारी कैप्टन सोबन सिंह बिष्ट ने बताया कि सुरक्षा दीवार में जहां केदारनाथ की महिमा का वर्णन किया जा रहा है, वहीं बारह ज्योतिर्लिंगों में शामिल भगवान शिव के इस तीर्थस्थल का इतिहास भी इस पर अंकित होगा। इसके अलावा केदारनाथ आपदा के दौरान हुए नुकसान के साथ ही पुनर्निर्माण संबंधी जानकारियां भी इसमें दर्ज होगी। इससे देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालु केदारधाम संबंधी अपनी जिज्ञासाओं को शांत कर सकेंगे।

 

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