रामनवमी का पोस्टर फाड़ने को लेकर हुआ बवाल फिर पूरा इलाका बन गया रणभूमि

पटना। धार्मिक पोस्टर फाड़ने को लेकर नवादा में दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई जिसमें दर्जनों लोग घायल हो गए। अचानक दो गुटों में हुई हिंसक झड़प की वजह रामनवमी की तस्वीर फाड़ने को लेकर शुरू हुई। सुबह जब लोग घर से बाहर निकले तो नवादा नगर के सद्भावना चौक पर लगे हुए रामनवमी की तस्वीरें फटी हुई थी। जिसे देखने के बाद सभी उग्र हो गए और लाठी डंडे के साथ लोगों ने मारपीट करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते ये बवाल इतना बढ़ गया की दर्जनों दुकान को आग के हवाले कर दिया गया तो कई लोग घायल हो गए।

जब इस मामले की जानकारी नजदीकी थाने को हुई तो वो भी मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास करने लगी जिससे उग्र लोगों ने सड़क जाम करते हुए दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग कर दी। तभी अचानक दूसरा पक्ष सामने आ गया फिर लाठी डंडे ईंट-पत्थर एक दूसरे पर बरसाने लगे। स्थिति भयावह होने लगी तब पुलिस ने उग्र लोगों को काबू में लाने के लिए कई राउंड हवाई फायरिंग भी की। घटना की जानकारी मिलते ही जिले की अतिरिक्त पुलिस फोर्स टीम भी मौके पर पहुंच गई और कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौके पर पहुंचकर बवाल को रोकने की कोशिश करने लगे। लेकिन बवाल रुकने का नाम नहीं ले रहा था। उपद्रवियों ने कई दुकानों को लूटते हुए उसे आग के हवाले कर दिया। जब इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को मिली तो वो भी मौके पर पहुंचकर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करने लगे।

वहीं जिला अधिकारी मनोज कुमार और एसपी विकास बर्मन के साथ-साथ कई अधिकारी स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन स्थिति नियंत्रित होने के बाद भी तनावपूर्ण बनी हुई है। जानकारी के मुताबिक सद्भावना चौक के पास रामनवमी की तस्वीर लगाई गई थी। जिसे रात के अंधेरे में किसी असमाजिक तत्व के लोगों ने फाड़ दिया। जब इस बात की जानकारी मोहल्ले के लोगों को मिली तो लोग फटी हुई तस्वीर देख उग्र हो गए और असामाजिक तत्व के लोगों को गिरफ्तार करने को लेकर सड़क मार्ग को जाम कर दिया।

जब इस बात की जानकारी नगर थाना अध्यक्ष को मिली तो वो दल-बल के साथ मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने का प्रयास करने लगे। पुलिस लोगों को समझा ही रही थी की अचानक रोड़े की बरसात होने लगी। जिसके बाद पूरा इलाका रणभूमि बन गया और जमकर मारपीट होने लगी। लोगों को काबू में लाने के लिए पुलिस ने कई राउंड गोली चलाई लेकिन मारपीट का ये सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा था। फिर मामले की सूचना मिलते ही सदर एसडीएम राजेश कुमार व एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय वहां पहुंचे और पूरे इलाके को खाली करवा दिया और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास करने लगे। देखते ही देखते जिले के लगभग सभी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करने लगे।

वहीं घटना स्थल पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा की प्रशासन की विफलता के कारण ये हिंसक झड़प हुई है। क्योंकि स्थिति को शांतिपूर्ण बनाना और शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस निकलवाना प्रशासन का काम है। तो इस मामले में जब जिला अधिकारी मनोज कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा की धार्मिक पोस्टर फाड़े जाने को लेकर बवाल हुआ है। पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। पुरे इलाके की संवेदनशील जगहों पर पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई है।

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Source: hindi.oneindia.com

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