प्राइमरी के बच्चों को पढ़ाएंगे आइआइटी के छात्र

रुड़की : रुड़की स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) के छात्र सरकारी प्राथमिक विद्यालयों के छात्रों को अभिनव तरीके से शिक्षा देंगे। उद्देश्य है छात्रों में विज्ञान और तकनीक के प्रति रुचि पैदा करना। सर्व शिक्षा अभियान से जुड़ आइआइटी आसपास के छह स्कूलों को गोद लेगा है। सप्ताह के चुनिंदा दिन छात्र इन विद्यालयों में कक्षाएं लेंगे।

यूं तो मानव संसाधन विकास मंत्रालय के राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत आइआइटी के छात्र इंटरमीडियट स्कूलों में कक्षाएं लेते रहते हैं, लेकिन उत्तराखंड में सर्व शिक्षा अभियान के तहत पहली बार यह प्रयोग किया जा रहा है। आइआइटी रुड़की में राष्ट्रीय आविष्कार अभियान की नोडल आफिसर डा. स्मिता झा ने बताया कि राष्ट्रीय आविष्कार अभियान से संस्थान में विभिन्न ब्रांचों के बीटेक, एमटेक और पीएचडी के छात्र जुड़े हुए हैं।

इनकी संख्या लगभग 100 है।

सर्व शिक्षा अभियान के तहत इस प्रोजेक्ट के लिए भी इन्हीं छात्रों में से चयन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन स्कूलों को कंप्यूटर दिए जाएंगे और बाकायदा कंप्यूटर लैब बनाई जाएगी। कंप्यूटर पर बच्चों को शिक्षित करने के लिए इन दिनों एक साफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है।

डॉ. झा के मुताबिक प्राथमिक स्कूलों में बच्चों के पढऩे, लिखने, सीखने और बोलने के अभ्यास पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा।  इस प्रोजेक्ट के तहत आइआइटी के छात्र बच्चों के लिए को मॉडल और चार्ट तैयार करेंगे ताकि गणित और विज्ञान की पढ़ाई मनोरंजक तरीके से कराई जा सके। राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत संस्थान ने सात राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज गोद लिए हुए हैं।

डॉ. स्मिता झा के अनुसार पिछले दिनों ही सर्वशिक्षा अभियान के कार्यक्रम अधिकारी ने उनसे इस बारे में संपर्क किया था, जिसे संस्थान ने मंजूरी दे दी। उन्होंने बताया कि एक से डेढ़ माह में तैयारियां पूरी कर स्कूलों को गोद लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

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