गरीब कुमारों के लिए उम्मीद की लौ बने दून के राजकुमार

विकासनगर : पछवादून के राजकीय प्राथमिक विद्यालय बादामावाला में तैनात एक शिक्षक गरीब नौनिहालों के जीवन में उम्मीद की किरण जगा रहे हैं। इन नौनिहालों को वह अपने संसाधनों पर शिक्षा तो दे ही रहे हैं, उन्हें स्तरीय विद्यालयों की प्रवेश परीक्षा के लिए भी तैयार कर रहे हैं। नौनिहालों को अपने वाहन से विद्यालय लाने और फिर घर छोड़ने के साथ ही वह उन्हें घर पर भी निश्शुल्क पढ़ाते हैं।

उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि इस वर्ष विद्यालय के चार छात्रों का चयन पतंजलि संस्कृत गुरुकुल देवप्रयाग के लिए हुआ है। इनमें से दो बच्चों समेत एक अन्य छात्रा का चयन राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के लिए भी हुआ है।

यह शिक्षक हैं देहरादून जिले के राजकीय प्राथमिक विद्यालय बादामावाला में तैनात राजकुमार। सरकारी विद्यालयों में घटती छात्र संख्या को बढ़ाने के लिए वह कुछ अलग हटकर कार्य कर रहे हैं। इसके तहत वह अपने वाहन से नौनिहालों को विद्यालय लाते हैं और फिर छुट्टी होने पर घर छोड़ने भी जाते हैं।

इसके  साथ ही राजकुमार घर पर ही बच्चों को स्तरीय विद्यालयों की प्रवेश परीक्षा की निश्शुल्क तैयारी भी करवाते हैं। वर्ष 2015 में विद्यालय में तैनाती के बाद से ही राजकुमार ने छरबा के राहुल कुमार, ऋषि कुमार, प्रणव कुमार व अक्षय कुमार को विद्यालय लाने-ले जाने के साथ ही घर पर ही तीन साल तक निश्शुल्क शिक्षा दी।

परिणाम सुखद रहे और पतंजलि संस्कृत गुरुकुल की ओर से आयोजित प्रवेश परीक्षा में इस बार देशभर से जो 40 छात्र चयनित हुए, उनमें ये चारों भी शामिल हैं। जबकि, इन्हीं में से अक्षय, प्रणव व विद्यालय की एक अन्य छात्रा सोनल का चयन राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के लिए भी हुआ है।

इसके अलावा राजकुमार नौनिहालों व उनके अभिभावकों को योगाभ्यास भी कराते हैं। राजकुमार का कहना है कि तन व मन के स्वस्थ रहने पर ही बच्चे का शारीरिक व मानसिक विकास संभव है।

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